आनलाइन पढ़ाई की फीस हो तय, अभिभावकों ने दिल्ली सचिवालय पर किया “सत्याग्रह”
नई दिल्ली। स्कूल फीस आन्दोलन के तहत आज भारत अभिभावक संघ के नेतृत्व में दिल्ली सचिवालय पर बहुत से अभिभावकों ने अपनी मांगों को लेकर “सत्याग्रह” किया। दरसअल कोरोना वायरस के कारण बच्चों का स्कूल कैम्पस बंद है, जिसकी फीस माफ़ करने के लिए बीते 7 अप्रैल से लगातार अभिभावक दिल्ली सरकार से गुहार लगा रहे हैं, इतना ही नहीं तमाम अभिभावक बीते एक माह से लगातार आनलाइन धरना भी दे रहे हैं परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई, आपदा में सरकार से राहत की अपेक्षा स्वाभाविक और संवैधानिक है।
कल्याणकारी सरकार नागरिकों के लिए अभिभावक की भूमिका में होती है, ऐसे में संकट की घड़ी में सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को फीस से राहत देना और न्याय करना सरकार से अपेक्षित है। अभिभावकों की मांग है कि प्राइवेट स्कूल में आन कैम्पस पढ़ाई होती थी, जिसकी फीस अभिभावक जमा करते थे।
अब आन कैम्पस पढ़ाई नहीं हो रही है, तो आन कैम्पस फीस मांगना बच्चों के साथ अन्याय है, आनलाइन पढ़ाने वाले स्कूल आनलाइन की फीस तय करें, जो अभिभावक अपने बच्चों को आनलाइन पढ़ाना चाहेंगे वो आनलाइन फीस जमा करेंगे, जो रेडियेशन के डर से नहीं आनलाइन पढ़ाएंगे वो फीस नहीं देंगे।
सरकार, निजी स्कूल एसोसिएशन और पैरेंट्स एसोसिएशन प्रतिनिधि मंडल से एकसाथ बिठाकर बात ककराये और जनहित में इन्साफ करे। दिल्ली सचिवालय पर हुए इस सत्याग्रह में भारत अभिभावक संघ के श्री लोकेश मास्टर जी, पवित्र श्रीवास्तव, प्रीति सिंह, मोहिन्द्र सिंह, अनिल मिश्रा, सुरेश सब्बरवाल, उमेश चौहान, बृज नारायण, रुखसाना बेगम, जावेद अली सहित तमाम अभिभावक शामिल हुए।