प्रवासियों को घरों तक पहुंचाने में नौ करोड़ मुनाफा
मई से जून तक सातों डिपो की लगाई गई थीं 11 हजार बसें
आजमगढ़। आदर्श रेलवे स्टेशन पर एक मई से विभिन्न प्रांतों से आने वाली स्पेशल श्रमिक ट्रेनों से उतरे प्रवासियों को उनके गंतव्य तक छोडऩे के लिए स्टेशन पर लगभग 11000 रोडवेज की बसें लगाई गईं। एक मई से चार जून तक प्रवासियों को इन बसों के जरिए एक से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में 53 करोड़ खर्च हुआ था। लंबी दूरी के प्रवासियों को पहुंचाने में प्रति बस 27000 रुपये खर्च हुए थे।
सरकार द्वारा खर्च धन के भुगतान के बाद रोडवेज को नौ करोड़ का फायदा हुआ। लॉकडाउन में प्रवासियों को लेकर स्पेशल श्रमिक ट्रेनें एक मई से चार जून तक रेलवे स्टेशन पर पहुंचीं। इन प्रवासियों को उनके गंतव्य जिले तक पहुंचाने के लिए रोडवेज प्रशासन ने अपनी सातों डिपो से लगभग 11000 बसों को लगाया था। एक बस का खर्च लगभग 27000 रुपये आया था। इस प्रकार 11000 बसों का लगभग 29.70 करोड़ रुपये लागत आई थी। वहीं लंच-पानी के साथ ही अन्य खर्चों को लेकर 53 करोड़ का बिल बनाकर भेजा गया था। शासन से परिवहन विभाग को लगभग 53 करोड़ रुपये की धनराशि भेजी गई तो विभाग लगभग नौ करोड़ मुनाफे में पहुंच गया।