औरैया: कर्ज में डूबी दो बहनों ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान, वजह जान कलेजा फट जाएगा
औरैया: गेहूं की फसल में हुए नुकसान से कर्ज में डूबी दो बहनों ने सोमवार को ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. पिता की मौत के बाद घर चला पाने की जद्दोजहद में कर्जदार हुईं दो नाबालिग बहनों ने मौत को चुन लिया. दोनों घर से निकलकर रेलवे ट्रैक पर पहुंचीं आर फिर एक-दूसरे का हाथ पकड़कर मालगाड़ी के सामने छलांग लगा दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहचान कर परिजनों को सूचना दी.
दिबियापुर थाना क्षेत्र के कंचौसी के ढीकियापुर ग्राम पंचायत के गांव जोगी का डेरा निवासी अशोक नाथ की बीमारी से मौत हो गई थी. अशोक नाथ के चार बेटी और तीन बेटे हैं. पिता की मौत के बाद घर चलाने की जिम्मेदारी 17 वर्षीय बड़ी बेटी सपना और 16 वर्षीय पूनम के कंधों पर आ गई. मां नीलम देवी भी बीमार रहने लगीं. वह चारपाई से नहीं उठ पाती हैं. ये लोग किसी तरह झोपड़ी में रहकर गुजर बसर कर रहे थे. एक सरकारी आवास तक नहीं मिला और न ही आयुष्मान कार्ड बना था.
दोनों बहनें किसी तरह गुजर-बसर कर मां का इलाज और भाई-बहनों का पेट भर रही थीं. साथ ही एक बीघा जमीन में कर्ज लेकर गेहूं की फसल बोई, लेकिन फसल में नुकसान हुआ और लागत निकालना भी मुश्किल हो गया. अब कैसे कर्ज चुके और कैसे घर का चूल्हा जले यह चिंता पूनम और सपना को सता रही थी. सोमवार को सपना और पूनम घर से निकलीं और कंचौसी रेलवे स्टेशन के निकट पहुंचीं. यहां दोनों ने मालगाड़ी आते देख एक-दूसरे का हाथ पकड़ा उसके सामने छलांग लगा दी. लोको पायलेट ने तत्काल मेमो स्टेशन को दिया. सूचना मिलते ही आरपीएफ और जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंच गई. सूचना पर परिजन और छोटे-भाई बहन भी रोते-बिलखते पहुंच गए. चचेरे भाई संजीव नाथ ने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसी से परेशान होकर दोनों ने आत्महत्या की है.