सांसों पर प्रदूषण का जानलेवा साया,हवा में मौजूद जहरीले कणों और नमी की वजह से स्‍माग की बनी स्थिति 

उत्‍तर भारत के राज्‍यों में खासतौर पर दिल्‍ली और इससे सटे अन्‍य राज्‍यों के इलाकों में दिवाली के बाद से लगातार वायु प्रदूषण का स्‍तर बेतहाशा बढ़ता हुआ रिकार्ड किया जा रहा है। आलम ये है कि सुबह से ही हवा में मौजूद जहरीले कणों और नमी की वजह से जो स्‍माग की स्थिति बनी है उसकी वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्‍कत आ रही है। इस तरह का मौसम उन लोगों के लिए अधिक नुकसानदेह है जिन्‍हें अस्‍थमा की दिक्‍कत है या फिर वो दिल की बीमारी से पीडि़त हैं।

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aqicn.org के मुताबिक सोमवार की सुबह 6 बजे दिल्‍ली से सटे उत्‍तर प्रदेश के लोनी इलाके में एक्‍यूआई का स्‍तर 999 रिकार्ड किया गया है, जो बेहद खतरनाक स्थिति है। ऐसी स्थिति में बुजुर्गों का विशेष ध्‍यान रखने की जरूरत है। दिल्‍ली की ही यदि बात करें तो सोनिया विहार में आज सुबह 6 बजे ही एक्‍यूआई का स्‍तर 304 पर रिकार्ड किया गया । इसी तरह नरेला में 373, बवाना में 318, सत्‍यवती कालेज 247, बुराड़ी में 160, जहांगीरपुरी 362, दिल्‍ली इस्‍टीट्यूट आफ टूल 291, मंदिर मार्ग पर 210 और आनंद विहार पर 293, शाहदरा में 279 रिकार्ड किया गया है।

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इसी तरह उत्‍तर प्रदेश के ग्रेटर नोयडा में सोमवार सुबह 7 बजे 212 रिकार्ड किया गया है। यहां के ही नालेज पार्क के इलाके में वायु प्रदूषण या एक्‍यूआई का स्‍तर बेहतर पाया गया है। यूपी के बुलंदशहर में 322, मेरठ में 370, और बागपत में 476 रिकार्ड किया गया है। इसके अलावा हरियाणा के चरखी दादरी में 311, फरीदाबाद में 280, बल्‍लबगढ़ में 211 रिकार्ड किया गया है। बिहार के पटना में एक्‍यूआई का स्‍तर 403 रिकार्ड किया गया है।

जानकारों का कहना है कि ऐसे मौसम में कोरोना का वायरस भी अधिक समय तक बना रह सकता है। पिछले दिनों ही दिल्‍ली के एलएनजेपी अस्‍पताल के डाक्‍टर ने कहा था कि लोगों को ऐसे मौसम में कम से कम बाहर निकलने की जरूरत है। वहीं सुप्रीम कोर्ट भी वायु प्रदूषण को लेकर अपनी चिंता व्‍यक्‍त कर चुका है। यही वजह है कि दिल्‍ली सरकार ने अपने दफ्तरों को फिलहाल बंद करने और वर्क फ्राम होम कराने का आदेश दिया है। दिल्‍ली में स्‍कूलों को भी फिलहाल बंद कर दिया गया है।

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