बाढ़ ने मजदूर परिवार की बढ़ाई मुश्किलें, इस वजह से पैसे को सड़क पर सुखाने को मजबूर
मुंबई। देश के कई हिस्से इस वक्त बाढ़ से ग्रस्त हैं। इसी क्रम में महाराष्ट्र के भंडारा में भी लोग लोग बाढ़ के चलते परेशान हैं। लेकिन इस बाढ़ में एक मजदूर परिवार पर अलग तरह की मुसीबत आ गई है। बेटी की शादी के लिए जुटाई रकम बाढ़ में भीग गई। अगले महीने मजदूर को अपनी बेटी की शादी करनी थी। अब बचे हुए रुपयों को सड़क पर सुखाने के मजबूर है यह परिवार। जिससे अपनी बेटी की शादी कर सके।
पैसों के अलावा शादी के लिए इकट्ठा किया गया सारा सामान भी बाढ़ के पानी में बह गया। इस गरीब परिवार पर चारों तरफ से आफत आ गई है। अगले महीने बेटी की शादी होनी थी। विदर्भ में की वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ आ गई है।
कुछ इलाकों में बाढ़ के पानी का असर कुछ कम हुआ है, लेकिन नुकसान की कई खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं। किसी का सामान खराब गया तो किसी का मकान टूट गया। स्लम एरिया की झुग्गियों में रहने वाले गरीब लोगों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
बाढ़ ने भंडारा और गोंदिया जिले में 1994 के बाद ऐसी तबाही मचाई है। जिले के 62 गांव पर इसका खासा असर देखने को मिला है। बाढ़ से करीब 18,000 लोग प्रभावित हुए हैं। जिन्हें सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। जिले के कई मकान, किसानों की धान की फसल समेत कई चीज़ें इस बाढ़ की चपेट में आ गई हैं।
बाढ़ग्रस्त इलाकों में रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 4 टीमों को पुणे से नागपुर एयरलिफ्ट किया गया है। ये टीमें नागपुर व चंद्रपुर जिले में प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग कर रही हैं। चंद्रपुर के ब्रह्मपुरी इलाके के 5 गांव में वैनगंगा नदी का पानी भर गया है।