जुए का भी बड़ा नेटवर्क चलाता था विकास दुबे
पुलिस कार्रवाई नहीं होने की गारंटी पर लेता था एक्सट्रा पैसा
कानपुर! विकास दुबे के गुर्गों को पकड़ने के लिए पुलिस जैसे जैसे आगे बढ़ रही है कुख्यात को लेकर नए नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में विकास के एक और गुर्गे का नाम एफआईआर में बढ़ाया है। बबलू मियां नाम का यह व्यक्ति बिकरू के बाहर पुल के पास बड़ा जुआ खिलवाता था। इसमें उसकी मदद हीरू दुबे का भाई धीरू करता था। धीरू भी बिकरू कांड में फरार है। बाल गोविंद ने पुलिस पूछताछ में जानकारी दी है कि विकास दुबे बड़ा जुआ खिलवाता था। जिसमें शहर से लेकर कानपुर देहात और आसपास के 15-20 गांव से लोग जुआ खेलने आते थे। पुल के पास बने बगीचों में जुआ खेला जाता था। प्रतिदिन जुआ खेलने का स्थान बदल दिया जाता था। बाल गोविंद ने पुलिस को जानकारी दी कि जुआ खिलवाने का सारा काम गांव का बबलू मियां मियां और धीरू दुबे देखते थे।जुआ खेलने वालों को पहले से ही बता दिया जाता था कि यहां पुलिस किसी भी तरह छापा नहीं मारेगी।
इस प्रोटेक्शन के लिए भी विकास दुबे की रकम तय थी। वह जुआ खेलने वालों की जीत और हार दोनों में ही 5 प्रतिशत रकम लेता था। इसके अलावा वह जुआ खेलने के लिए पांच प्रतिशत ब्याज पर खुद भी रुपए देता था।बिकरू कांड में पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए श्यामू बाजपेई के परिवार को भी सही जानकारी देने के लिए उन्हें और बालगोविंद को आमने सामने बैठाया गया। बाल गोविंद उन्हीं के सामने श्यामू बाजपेई का नाम खोला साथ ही परिजनों को बताया कि घटना वाले दिन वह भी शामिल था। श्यामू बाजपेई के परिवार के लोगों ने पुलिस पर फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने दोनों का आमना सामना करा दिया।