यूपी बोर्ड का बड़ा निर्णय, स्कूल स्तर से ही ठीक होंगी अंकपत्रों की गलतियां
गोरखपुर। परीक्षाफल के बाद यूपी बोर्ड विद्यार्थियों को अंक पत्र वितरण करने की तैयारियों में जुट गया है। परीक्षाफल में अंक संबंधी व अन्य त्रुटियों को दुरुस्त करने के लिए प्रत्यावेदन ले रहा है, ताकि उसे समय से ठीक कर विद्यार्थियों को वितरित किया जा सके। बोर्ड के नए आदेश से हजारों छात्रों का राहत मिलेगी।बोर्ड ने त्रुटियों में सुधार के लिए सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि विद्यार्थियों को अंक पत्र देने से पूर्व अभिलेखों से अनिवार्य रूप से मिलान कर लें और त्रुटि होने पर उसे वितरित न करते हुए सीधे बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों को वापस कर दें। जिससे उसे दुरुस्त कर पुन: भेजा जा सके।बोर्ड ने परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों से भी कहा कि वह विद्यालय से अंकपत्र प्राप्त करने के साथ ही उसका पूरी तरह परीक्षण कर लें। किसी तरह की त्रुटि मिलने पर उससे प्रधानाचार्य को अवगत कराते हुए वापस कर दें, ताकि उसे सुधाकर संबंधित छात्र को वितरित की जा सके।महात्मा गांधी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि बोर्ड के निर्देश के तहत अंक पत्र वितरण के दौरान यदि अंक पत्र में कोई विसंगति आती है और छात्र प्रत्यावेदन देता है तो उसके निस्तारण के लिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी। ताकि छात्रों व उनके अभिभावकों को परेशानी न हो।