सिनेमाघरों में 7 अप्रैल, 2023 को रिलीज होगी शाहिद कपूर की एक्शन फिल्म बुल
कोरोना महामारी की रफ्तार कम होने के बाद बॉलीवुड की कई फिल्मों पर काम शुरू हो चुका है और सिनेमाघरों की रौनक भी लौट आई है। कई फिल्मों की रिलीज डेट सामने आ रही है। शाहिद कपूर की बुल उनकी आगामी बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक है। अब उनकी इस फिल्म की रिलीज डेट भी सामने आ गई है। फिल्म समीक्षक तरण आदर्श ने ट्विटर पर यह जानकारी दी है।
शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म बुल की रिलीज डेट फाइनल कर दी गई है। यह 7 अप्रैल, 2023 को सिनेमाघरों में आएगी। बता दें कि इस फिल्म को अमर बुटाला, भूषण कुमार और गरिमा मेहता मिलकर बना रहे हैं। दूसरी तरफ आदित्य निंबालकर फिल्म के निर्देशन की कमान संभाल रहे हैं। बतौर निर्देशक यह उनकी पहली फिल्म होगी। फिल्म की शूटिंग 2022 में यानी अगले साल शुरू होगी।
शाहिद ने फिल्म को लेकर हाल ही में कहा था, बुल पूरी तरह से एक्शन फिल्म है, जो ब्रिगेडियर बुलसारा के जीवन पर आधारित है। मैं एक ऐसे पैराट्रूपर की भूमिका निभाने वाला हूं, जो अब अपनी सटीकता और बहादुरी के लिए पॉपुलर हैं, जिन्होंने एक ऐतिहासिक और निस्वार्थ मिशन के माध्यम से अपने लड़कों का नेतृत्व किया था। शाहिद ने कहा था कि एक पैराट्रूपर की भूमिका निभाना उनके लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है।
फिल्म के सह-निर्माता भूषण कुमार ने कहा था, मैं बॉक्स ऑफिस पर कबीर सिंह के शानदार प्रदर्शन के बाद शाहिद के साथ एक बार फिर से काम करने के लिए बेहद उत्साहित हूं। हम दर्शकों के लिए एक्शन से भरपूर मनोरंजक फिल्म लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा, पहली बार मैं अमर बुटाला और गरिमा मेहता के साथ जुड़ा हूं। हमें उम्मीद है कि हमारी कड़ी मेहनत एक बेहतर सिनेमा के रूप में बाहर आएगी।
शाहिद फिल्म जर्सी में एक क्रिकेटर की भूमिका निभाएंगे। वह सुजॉय घोष की एक फिल्म और नेटफ्लिक्स की ऑपरेशन कैक्टस पर आधारित एक फिल्म में भी नजर आएंगे। शाहिद मशहूर लेखक अमीश त्रिपाठी के एक उपन्यास पर आधारित फिल्म में काम कर रहे हैं। वह निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा की अगली पौराणिक फिल्म कर्ण और अली अब्बास जफर की अगली फिल्म में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। राज और डीके की वेब सीरीज भी शाहिद के खाते से जुड़ी है।
बात करें पैराट्रूपर की तो यह एक सैन्य पैराशूटिस्ट होता है, जिसे एक निर्धारित स्थान पर उतरने के लिए पैराशूट का इस्तेमाल कर विमानों से कूदने की ट्रेनिंग मिली होती है। युद्ध के दौरान यह ट्रेनिंग बहुत काम आती है।