फरीदाबाद में एक्यूआई का स्तर है बहुत ही घातक,दिल्ली के कई इलाकों में वायु प्रदूषण हो रहा जानलेवा
दिल्ली और एनसीआर के राज्यों में प्रदूषण का बढ़ता स्तर हर किसी के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। सुप्रीम कोर्ट इसको लेकर लगातार सख्त रुख अपना रहा है। सोमवार (29 नवंबर) को प्रदूषण के मामले में फिर सुनवाई होनी है। दिल्ली सरकार लगातार बढ़ते प्रदूषण की बड़ी वजह पराली को बता रही है, जबकि पड़ोसी राज्य और केंद्र की तरफ से कहा गया है कि पराली से 5-10 फीसद तक ही प्रदूषण होता है। हालांकि नासा की तरफ से जारी सेटेलाइट तस्वीरों में भी दिल्ली के दावे को सही बताया गया है। इसमें यहां तक कहा गया है कि दिल्ली में प्रदूषण की वजह पराली का जलना है।
हरियाणा के फरीदाबाद की हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार कई दिनों से गंभीर स्तर पर है। यहां के औद्योगिक क्षेत्र में रविवार को भी सुबह 8 बजे यहां का एक्यूआई 999 पर रिकार्ड किया गया है। इसके अलावा सेक्टर 11 में 444, सेक्टर 16-ए में 391, सेक्टर 30 में 496, गुरुग्राम में 314 रिकार्ड किया गया। हालांकि बल्लबगढ़ में सुबह का एक्यूआई का स्तर 187 रिकार्ड किया गया है जो वायु प्रदूषण के हिसाब से खराब स्थिति है। यहां के कैथल में सुबह 8 बजे एक्यूआई का स्तर 197, रोहतक में 266, मानेसर में 218, भिवाड़ी में 236, चरखी दादरी में 420,
दिल्ली की बात करें तो यहां के विभिन्न इलाकों में सुबह 8 बजे एक्यूआई का स्तर इस प्रकार रहा है। डाक्टर करणी सिंह शूटिंग रेंज इलाके में 317, ओखला में 390, श्रीनिवासपुरी में 396, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम पर 356, आरकेपुरम में 378, मेजर ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम मे पास 401, मंदिर मार्ग 325, पटपड़गंज में 414, नरेला में 530, अलीपुर में 307,शाहदरा 383, वजीरपुर में 459, सोनिया विहार में 355, झिलमिल में 484, बवाना में 339, मुंडका में 438, रोहिणी में 421, जहांगीरपुरी मे 404, सत्यवती कालेज के पास 396, नजफगढ़ में 360, द्वारका में 403, आनंद विहार में 450 और नरेला में 530 रिकार्ड किया गया है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सुबह 8 बजे एक्यूआई का स्तर 322, में नोएडा के सेक्टर 116 में 333, ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क-5 में 312, सेक्टर 1 नोएडा में 286, सेक्टर 125 296, में बुलंदशहर में 318, हापुड़ में 200, गाजियाबाद के लोनी में 334, संजय नगर में 232, मेरठ में 207, बागपत में 516, रिकार्ड किया गया है। ,