स्वामी को सता रहा डर, इन छात्रों को बताया ‘द्रौपदी’, सीएम से कहा बने ‘कृष्ण’
कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसी महामारी के बीच केंद्र सरकार (Central Government) ने NEET/JEE के प्रवेश परीक्षा कराने का फैसला किया गया जिसका देशभर में विरोध हो रहा है। विपक्षी पार्टियां इस फैसले के विरोध में तो खड़ी ही हैं, साथ ही भाजपा (BJP) नेता और सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) भी सरकार को चेता चुके हैं। सुब्रह्मण्यम स्वामी इस फैसले के विरुद्ध सोशल मीडिया पर चेतावनी देते नजर आ रहे हैं और यहां तक कह रहे है कि प्रवेश परीक्षा कराना मोदी सरकार का सबसे गलत फैसला होगा। हाल ही में, सुब्रह्मण्यम स्वामी ने एक बार फिर इस फैसले पर अपना डर जताया है और NEET/JEE छात्रों को द्रौपदी कहा है और खुद को ‘विदुर’ कहा है।
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, आज के समय में NEET/JEE परीक्षा मैटर रखता है, क्या छात्रों को द्रौपदी जैसे अपमानित किया जा रहा है। सभी मुख्यमंत्री ‘कृष्ण’ की भूमिका निभा सकते हैं। एक छात्र के रूप में और फिर 60 सालों तक प्रोफेसर के रूप में मेरा अनुभव बताता है कि कुछ गलत होने वाला है। मुझे ‘विदुर’ जैसा महसूस हो रहा है। मालूम हो कि महाभारत में जब द्रौपदी को अपमानित किया जा रहा था तो अकेले विदुर ने ही आवाज उठाई थी।
बता दें कि NEET/JEE परीक्षा के लिए 23 लाख में से कुल 17 लाख छात्रों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है जिस पर शिक्षा मंत्री ने बयान जारी कर कहा है कि छात्र भी प्रवेश परीक्षा कराने के समर्थन में हैं। वहीं, दूसरी ओर 11 राज्यों में इस परीक्षा को रद्द करने की मांग की जा रही है और इस मामले को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ले जाने की अपील की जा रही है। समाजवादी पार्टी ने भी लखनऊ के राजभवन के सामने धरना प्रदर्शन किया था।