वाराणसी: 200 वेंटिलेटर के भरोसे कोरोना से जंग

नौ जिलों के गंभीर मरीजों का हो रहा इलाज

वाराणसी। बनारस ही नहीं आस-पास के जिलों में भी कोरोना संक्रमण ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी है। पहले से ही अलर्ट स्वास्थ्य महकमा व जिला प्रशासन भी इस तेजी के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। हालांकि सीएम योगी की हिदायत के बाद बीएचयू सहित अन्य अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने को लेकर कवायद तेज हो गई है। जिला प्रशासन सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी हॉस्पिटल के करीब 200 बेड वेंटिलेटर के सहारे कोरोना से जंग में मोर्चे पर डटा है। मगर इसे हराने के लिए जरूरी है कि जनपद में वेंटिलेटर की संख्या को बढ़ाया जाय।
बीएचयू अस्पताल के अलावा पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय व मंडलीय अस्पताल पर पूर्वांचल के नौ जिलों समेत पश्चिमी बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश की करीब पांच करोड़ आबादी के इलाज का दारोमदार है। इनमें करीब तीन करोड़ लोग अकेले उत्तर प्रदेश से हैं। 2011 की जनगणना के मुताबिक वाराणसी की आबादी 36,76,841, चंदौली की 19,52,756, जौनपुर की 44,94,204, मीरजापुर की 24,96,970, सोनभद्र की 18,62,559, भदोही की 15,78,213, गाजीपुर की 36,20,000, बलिया की32,39,774 और आजमगढ़ की आबादी 46,12,000 थी। इन जिलों के बाशिंदों के इलाज का प्रमुख केंद्र बीएचयू अस्पताल है। इतनी बड़ी आबादी में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और महकमे के पास चिकित्सीय सुविधा के नाम पर महज 200 वेंटिलेटर हैं, जो तैयारियों की स्थिती स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त हैं।

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