आर एल हास्पीटल में हो रही गर्भपात की जांच

गर्भपात कराने को लेकर संचालक नियमों की कर रहे अनदेखी

सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों की अवहेलना कर रहे प्रबन्धतंत्र संजीव कुमार
फर्रुखाबाद, मनोज कुमार! स्वास्थ्य विभाग के नियम और कायदों को ताख पर रखकर प्राइवेट अस्पताल संचालक उसकी धज्जियां उडा रहे हैं मसेनी स्थित आर एल हास्पीटल में खुलेआम गर्भपात कराया जा रहा है मजे की बात है कि इस अस्पताल में सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों की भी अवहेलना की जा रही है इसके अलावा अन्य अस्पताल भी अनियमितताओं में जबरदस्त ढंग से लिप्त हैं मसेनी चैराहे पर वर्तमान में कुकरमुत्तों की तरह अस्पताल संचालित हो रहे हैं ये सब मुख्य चिकित्सा अधिकारी की देन है कुलवंती हास्पीटल प्रभा हास्पीटल श्रीनारायण हास्पीटल नारायण हास्पीटल श्रीकृष्णा हास्पीटल में जबरदस्त अनियमितताएं की जा रही है इन सभी हास्पीटल में परमानेंट एमबीबीए चिकित्सक नहीं बैठता है झोलाछाप अनट्रेंड स्टाफ के हवाले मरीजों की जिंदगी रहती है बिल बढानें के लिए अस्पताल संचालक कुछ भी करने को तैयार रहते हैं प्रत्येक अस्पताल में अपना एक मेडिकल स्टोर है जो कागजों में कहीं भी संचालित नहीं है और न ही उसका कोई लाइसेंस है चार से पांच गुने रेट पर दवाइयां मरीजों को दी जाती है प्राइवेट अस्पताल के संचालक खुलेआम नियम को ताख पर गर्भपता करा रहे है ये माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश की खुली अवहेलना कर रहे हैं किसी भी मरीज और उसके तीमारदारों को बिल नहीं दिया जाता है जब कोई बिल मांगता है तो उसके साथ अभद्रता की जाती है
गर्भपात के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य और केंद्र सरकार को सख्त दिशा निर्देश जारी किए है बहुत ही जरूरी मामलों में गर्भपात की इजाजत लेना कुछ शर्तो के साथ लेना आवश्यक है लेकिन आर एल के प्रबंधक के प्रबंधक संजीव कुमार सर्वोच्च न्यायालय को दिशा निर्देश को धात बताया जा रहा है कागजों में नियुक्त एमबीबीएस भी परमानेंट नहीं बैठ रहे हैं गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज का इलाज झोलाछाप के हवाले इस मामले में जिला अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नहीं हो सकी

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