जनजाति संग्रहालय से आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में मिलेगी मदद : अनुप्रिया
मीरजापुर। केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री एवं जनपद की सांसद अनुप्रिया पटेल ने जनजातीय गौरव दिवस पर जनपद में जनजाति संग्रहालय की स्थापना संबंधी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कराकर भारत सरकार को भेजने के लिए उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को पत्र लिखकर अनुरोध किया है। इससे पहले उन्हाेंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बाबत पांच मई 2022 को एक प्रस्ताव भेजा था।
सांसद ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय क्षेत्रों में आदिवासी समुदाय के अमूल्य योगदान को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया है। इस क्रम में आदिवासी जन समुदाय के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के प्रति कृतज्ञता की अभिव्यक्ति स्वरूप ‘जनजाति संग्रहालयों’ के निर्माण का निर्णय लिया गया था।
मीरजापुर जनपद कोल, बियार, गोंड आदि आदिवासी समुदाय प्रधान क्षेत्र है। केंद्रीय राज्यमंत्री ने जनजाति संग्रहालय के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों और जनजातियों के परंपरागत रीति-रिवाजों, रहन-सहन, खान-पान, पूजा-अनुष्ठान, नृत्यकला व वाद्य यंत्रों के प्रदर्शन द्वारा आदिवासी समुदायों की सांस्कृतिक विरासत को सहेजकर रखने के उद्देश्य से मीरजापुर जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए पांच मई 2022 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक प्रस्ताव भेजा था। इस संबंध में नवम्बर 2021 में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने भी जनपद में ‘जनजाति संग्रहालय’ की स्थापना की घोषणा की थी। इस प्रस्ताव पर अनुवर्ती कार्रवाई की आद्यतन जानकारी के अनुसार संस्कृति मंत्रालय ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जाना अपेक्षित है।
उल्लेखनीय है कि जनपद में जनजाति संग्रहालय की स्थापना के लिए 22 दिसम्बर 2021 को तत्कालीन जिलाधिकारी की ओर से मड़िहान में 4.046 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जा चुकी है।