100 कुंतल तक धान बेचने वाले किसानों को राहत, उन्हें अपनी भूमि का नहीं कराना होगा सत्यापन
प्रयागराज। अब 100 कुंतल तक धान बेचने वाले किसान की भूमि का सत्यापन नहीं होगा। अगर इससे अधिक धान बेचते हैं तो फिर भूमि का सत्यापन कराना होगा। लेखपाल द्वारा सत्यापित करने के बाद ही क्रय केंद्र पर उनका धान खरीदा जाएगा। एक माह में सैकड़ों किसानों ने खाद्य विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराया। अब वह आसानी से क्रय केंद्र पर जाकर धान विक्रय कर सकेंगे। एक नवंबर से 28 फरवरी तक होगी धान खरीद : प्रतापगढ़ जिले में धान की खरीद एक नवंबर 2022 से शुरू होगी, जो 28 फरवरी 2023 तक चलेगी। धान की खरीद शुरू होने में भले ही अभी वक्त है, लेकिन माह भर पहले से ही सारी तैयारियां शुरू हो गई हैं। धान विक्रय करने के लिए 367 किसानों ने पंजीकरण भी करा लिया है। प्रतापगढ़ में 32 धान क्रय केंद्र खोलने का अनुमोदन हो गया है। इसमें साधन सहकारी समिति दाउदपुर, उदईशाहपुर, जगदीशगढ़, खूंझीकला, बसुआपुर, सांगीपुर, दलापट्टी, नरई, रिहरपुर, बारौ, मलावा छजईपुर, महुली, मकरा मनभवना को क्रय केंद्र बनाया गया है। बाकी क्रय केंद्र खाद्य विभाग के हैं। प्रतापगढ़ के डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 100 कुंतल से अधिक धान लाने पर सत्यापन कराना होगा। 367 किसान पंजीकरण करा चुके हैं। अन्य किसान भी करा रहे हैं।