दो बार इंजेक्शन देने के बाद भी बेहोश न होने पर, शोर मचाया तो घोंट दिया गला

गोरखपुर में छात्र का अपहरण का मामला

गोरखपुर। छात्र के अपहर्ताओं ने बीआरडी मेडिकल कालेज के सामने सड़क की दूसरी तरफ स्थित एक मेडिकल स्टोर से बेहोशी का इंजेक्शन लिया था। दवा विक्रेता ने डाक्टर के पर्चे के बिना ही उन्हें इंजेक्शन दे दिया था। अपहर्ताओं से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने दवा विक्रेता को हिरासत में ले लिया है। एसएसपी डाॅ. सुनील गुप्त ने बताया कि दवा के विक्रेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पांचवी कक्षा के छात्र बलराम गुप्त को अगवा करने के बाद उसे खामोश रखने के लिए अपहर्ताओं ने दो बार उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया था। गिरफ्तार किए गए अपहर्ताओं ने हस्तक्षेप में बताया है कि बंधक बनाए जाने का शक होने के बाद बलराम ने शोर मचाना शुरू किया था। इस स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने पहले से तैयारी कर रखी थी। इसके लिए उन्होंने बेहोशी का इंजेक्शन खरीद रखा था। अपहर्ताओं ने बताया कि उन्हें पहले से पता था कि मेडिकल कालेज के सामने स्थित दवा की एक दुकान पर डाक्टर के पर्चे के बिना भी आराम से कोई भी दवा मिल जाती है।इंजेक्शन के जरिए बलराम को दी गई बेहोशी की दवा की अधिक मात्रा शरीर में जाने के बाद जहर बन गई थी। इसलिए उसका शरीर काला पड़ गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बेहोशी की दवा की अधिक मात्रा की वजह से ही शरीर में जहर की मौजूदगी पाई गई है।

Related Articles