रामपुर के रण में सीएम योगी का आजम पर तंज, बोले- रस्सी जल गई ऐंठन नहीं गई
रामपुर। आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है। आज सीएम योगी ने रामपुर में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी के समर्थन में अलग-अलग स्थानों पर जनसभाएं कीं। विलासपुर के बाद मिलक में जनसभा को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने आजम खान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- ‘कोरोना काल में हमने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया। जो जेल में थे, उनको भी फ्री में इलाज मिला। वे उस समय कहते थे कि जेल ही जन्नत है। आज कहते हैं जेल नरक थी। मैं जानता था वे लोग इतनी जल्दी रंग बदलते हैं कि गिरगिट भी शरमा जाए। रस्सी जल गई, लेकिन ऐंठन नहीं जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि हम बचपन में सुनते थे। रामपुर का चाकू, हापुड़ का पापड़, आगरा का पेठा, अलीगढ़ के ताले, ये सब उत्तर प्रदेश के इन जिलों की पहचान थे। रामपुर का चाकू कमाल का था लेकिन यह सपाइयों के हाथ में लगा तो गरीबों की जमीनों पर डकैती डालने लगा। भाजपा की सरकार बनी तो ये जमीन भू-माफियाओं से लेकर गरीबों को वापस दिलाई गई। उन्होंने कहा कि गरीब, गरीब होता है। किसान किसान होता है। युवा-युवा होता है और महिलाएं, महिलाएं होती हैं। उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। सीएम ने कहा कि हमने रामपुर के चाकू का इस्तेमाल यहां के गरीबों के सम्मान और गरिमा के लिए किया है। हम रामपुर की धरोहर से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने रामपुर की पहचान का दुरुपयोग किया लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। कुछ लोगों ने रामपुर की धरोहर को नष्ट करने का प्रयास किया। आज कानून उनका हिसाब कर रहा है। सीएम ने कहा कि सरकार के 5 सालों में दो साल कोरोना से लड़ने में निकल गए। कोरोना काल से हम गरीबों को फ्री राशन दे रहे हैं। बिना जाति-मजहब के भेदभाव के हमने सभी के लिए काम किया है। पहले मुख्यमंत्री आवास पर पेशेवर अपराधियों का सम्मान होता था लेकिन भाजपा की सरकार बनी तो उसी मुख्यमंत्री आवास पर गुरुवाणी का पाठ होता है। यूपी में दो लोकसभा सीटों (रामपुर और आजमगढ़) पर हो रहे उपचुनाव से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दूरी बनाई है। वे न तो वो आजमगढ़ गए और न ही रामपुर में अभी तक कोई रैली की है।सीएम योगी ने रामपुर की जनसभाओं में ‘अग्निपथ’ योजना की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि हमारे समय में भेदभाव किसी के साथ नहीं होता है। यूपी का कोई भी नौजवान जब नौकरी पर लगता है तो यूपी का नौजवान होता है। यही कारण है कि 5 साल में 5 लाख नौजवानों को हमने सरकारी नौकरी दी। 1.61 करोड़ नौजवानों को हमने निजी क्षेत्र में निवेश कराकर रोजगार और नौकरी के साथ जोड़ा। 60 लाख परम्परागंज उद्यमियों को भी बैंकों के साथ जोड़कर प्रोत्साहित किया। इतने बड़े पैमाने पर यूपी में नौकरी कभी नहीं आई और हम आभारी है प्रधानमंत्री मोदी जी के कि उन्होंने डेढ़ साल में 10 लाख नौजवानों को ‘अग्निवीर’ बनाकर देश की सेना, पैरामिलिट्री और पुलिस बल में सेवा का बेहतरीन अवसर देने की जो कार्यवाही उनके द्वारा शुरू हुई हुई है उसका स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन विपक्ष है कि मानता नहीं