पाकिस्तान से जुड़े सिद्धू मूसेवाला मर्डर के तार
शूटरों को सीमा पार से भेजे गए थे हथियार
नई दिल्ली। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड के तार कनाडा के बाद अब पाकिस्तान से भी जुड़ते दिख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को आरोपियों से पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार उन्हें सीमा पार से सप्लाई किए गए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला की हत्या के मामले में दो शूटरों समेत तीन लोगों को हाल ही में गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26), राज्य के झज्जर जिले के कशिश (24) और पंजाब के भटिंडा निवासी केशव कुमार (29) के रूप में हुई है।स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एच.जी.एस. धालीवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल दो मुख्य शूटरों समेत उनके मॉड्यूल हेड को गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल सेल की टीम ने इनको 19 जून को गिरफ्तार किया था। स्पेशल सेल को शूटरों की निशानदेही पर अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर के साथ 8 हाई एक्सप्लोसिव ग्रेनेड मिले हैं। यह ग्रेनेड लॉन्चर AK-47 पर भी लगाया जा सकता है। 9 इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर एक असॉल्ट राइफल 20 राउंड के साथ मिले हैं। इसके अतिरिक्त 3 पिस्टल और 36 राउंड गोलियां मिली हैं। यह हथियार इन्होंने हरियाणा के एक गांव छिपाकर रखे थे। स्पेशल सेल ने बताया कि इन शूटरों ने मूसेवाला को मारने के लिए पूरी तैयारी की थी। इसके लिए इन्होंने इन्होंने घातक हथियारों के साथ ग्रेनेड, डेटोनेटर भी साथ में रखे थे। इन शूटरों ने इरादा कर रखा था कि अगर बंदूकों से बात नहीं बनती तो जरूरत पड़ने पर ग्रेनेड का भी इस्तेमाल करते।गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस में शामिल हुए सिद्धू मूसेवाला की अज्ञात लोगों द्वारा 29 मई को पंजाब के मानसा में अज्ञात हमलावरों द्वारा बीच सड़क पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना पंजाब पुलिस द्वारा 424 अन्य लोगों के साथ उनकी सुरक्षा में कटौती के एक दिन बाद हुई। पुलिस को घटनास्थल से गोलियों के 30 खाली कारतूस बरामद हुए हैं। हमलावर कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े थे।