एमबीबीएस प्रकरण : मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद करने की संस्तुति
एमबीबीएस की कापियां बदलने के मामले में
मेरठ। दो साल पहले एमबीबीएस की कापियां बदलने के आरोपित दो छात्रों का रिजल्ट निरस्त हो गया है। अब संबंधित कॉलेज की मुश्किलें बढऩे वाली हैं। विवि प्रशासन ने मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद करने की संस्तुति करते हुए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिख दिया है। मार्च, 2018 में एसटीएफ ने एमबीबीएस की कापियों को बदलने का मामला पकड़ा था। इसमें छात्र नेता कविराज के पास से एमबीबीएस के दो छात्रों की लिखी हुई कापियां मिली थीं। इन कापियों को विवि में छात्रों की परीक्षा के दौरान लिखी कापियों से बदलने के लिए कविराज ने पैसे लिए थे। मामला पकड़ में आ गया। विवि की ओर से दोनों छात्रों को यूएफएम में डाल दिया गया था। फिर भी ये परीक्षा देते रहे और फरवरी, 2020 में उनका रिजल्ट भी घोषित हो गया। विवि ने अब दोनों छात्रों के रिजल्ट को निरस्त करते हुए उस मामले में दोषी चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। विवि इसमें कॉलेज को भी दोषी मानते हुए उस पर भी कार्रवाई की तैयारी में है। पिछले साल मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के 12 छात्र हाईटेक नकल करते हुए भी पकड़े गए थे। विवि उन्हें यूएफएम में डालकर भी कुछ नहीं कर पाया। छात्र परीक्षा में सम्मिलित हो गए थे।