बहराइच में शराब माफियाओं पर मेहरबान पुलिस

एसपी ने मामले की गोपनीय जांच कराई एक दारोगा व दो सिपाही सस्पेंड

बहराइच । कानपूर में अपराधियों को संरक्षण देने वाली पुलिस की यारी के चलते ही आठ पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या की गई थी। बावजूद इसके पुलिस सुधरने को तैयार नहीं है। अपराधियों पर कार्रवाई की जगह उन्हें संरक्षण देने का काम जारी है। उत्तर प्रदेश के बहराइच स्थित खैरीघाट थाने में तैनात दारोगा व सिपाहियों की शह पर मिलावटी शराब बनाने का भंडाफोड हुआ है। एसपी ने मामले की गोपनीय जांच कराई तो मामले का खुलासा हुआ। इसमें एक दारोगा व दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच सीओ महसी कर रहे है। खैरीघाट थाना क्षेत्र में 19 जुलाई को बड़े पैमाने पर मिलावटी शराब बरामद किया गया था। थाने में तैनात बीट दारोगा एसएसआइ देवानंद यादव व आरक्षी योगेंद्र यादव व संतोष प्रसाद के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मिलावटी शराब बनाया जा रहा था। बावजूद इसके पुलिसकर्मी अंजान बने रहे। पूरे मामले में पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध थी। सूत्रों कि मानें तो पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से नशे का कारोबार फल फूल रहा था। कई बार स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद पुलिसकर्मी मामले में चुप्पी साधे रहे। मामले की शिकायत एसपी विपिन कुमार मिश्र से की गई थी। एसपी ने मामले की जांच सीओ महसी शंकर प्रसाद को सौपी थी। विभागीय सूत्र बताते हैं कि जांच में पुलिसकर्मियों के संलिप्तता की बात प्रकाश में आने की रिपोर्ट सीओ ने एसपी को सौपी थी। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेकर दारोगा व दोनों आरक्षियों को सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड दारोगा का तबादला भी 17 जुलाई को गैर जनपद हो चुका है। सीओ ने दारोगा व आरक्षियों के सस्पेंड किए जाने की पुष्टि की है।

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