अब सर्दियों में रोज इन तरीकों से करें कच्ची हल्दी का सेवन,मिलेंगे बहुत से फायदे 

खाने में हल्दी (Turmeric) के फायदों के बारे तो आप जानते हैं, लेकिन सूखी हल्दी की तुलना में कच्ची हल्दी (Raw Turmeric) का सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. सर्दियों के मौसम में खासतौर पर कच्ची हल्दी (Raw Turmeric) के सेवन की सलाह दी जाती है. कच्ची हल्दी खाना आपको कई बीमारियों से बचाता है.

कच्ची हल्दी (Raw Turmeric) दिखने में बिल्कुल अदरक की तरह होती है, लेकिन अंदर से इसका रंग पीला होता है. इसे दूध में उबालकर पीने से इम्युनिटी मजबूत होती है और आप सर्दी-जुकाम, खांसी या किसी तरह के इंफेक्शन से बचते हैं.

Raw Turmeric में सबसे ज्यादा एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं. ये तीनों गुण शरीर को कई रोगों से बचाते हैं. इसमें विटामिन सी, के, पोटैशियम, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, जिंक, फॉस्फोरस, थियामिन, राइबोफ्लेविन जैसे तत्व होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं.

कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व कैंसर कोशिकाओं को शरीर में बढ़ने से रोक सकते हैं. स्टडी के मुताबिक, कच्ची हल्दी पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती है.

सर्दी-खांसी का कारगर इलाज

सर्दियों में खांसी, सर्दी-जुकाम, गले में खराश और बुखार की समस्या आमतौर पर देखी जाती है. ऐसे में आप कच्ची हल्दी का सेवन कर सकते हैं. रात में दूध में कच्ची हल्दी उबालकर पिएं. इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस की समस्या में आराम मिलेगा. इससे सूखी खांसी भी ठीक होगी. गले में खराश है, तो हल्दी को पानी में उबालकर पिएं.

डाइजेशन के लिए 

डाइजेशन से जुड़ी दिक्कत हैं तो रोज कच्ची हल्दी का सेवन करें. इससे अपच, गैस और डायरिया जैसी समस्याओं में फायदा मिलता है. डाइजेशन से जुड़ी प्रॉब्लम है तो कच्ची हल्दी को पानी में उबालकर पिएं.

लिवर हेल्दी रहेगा

लिवर को हेल्दी रखने के लिए कच्ची हल्दी का सेवन फायदेमंद माना जाता है. इसके लिए सूप, सब्जी या दूध में कच्ची हल्दी का सेवन करें. इसमें मौजूद करक्यूमिन लिवर डिजीज के खतरे को कम करता है. ये लिवर से टॉक्सिन को निकालने में कारगर है. हालांकि अगर आपको पहले से ही लिवर से जुड़ी कोई समस्या है, तो कच्ची हल्दी का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें.

वजन बढ़ने की समस्या में

वजन कम करना चाहते हैं तो इसमें भी कच्ची हल्दी का सेवन आपको फायदा पहुंचाएगा. कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन मेटाबोलिक सिंड्रोम जैसे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, मोटापा और डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है. करक्यूमिन शरीर के वजन और बॉडी मास इंडेक्स को कम करने में भी मददगार है.

आर्थराइटिस के दर्द में मिलेगी राहत

अगर आपको आर्थराइटिस की समस्या है, तो इसमें भी कच्ची हल्दी का सेवन आपको फायदा पहुंचाएगा. एक शोध के अनुसार, हल्दी का सत अर्थराइटिस के लक्षणों जैसे दर्द, सूजन को कम करता है. जहां दर्द या सूजन है, वहां पर आप कच्ची हल्दी का लेप भी लगा सकते हैं.

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