पारसी नववर्ष पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएं, जानिए इस दिन की खासियत

आज देश में पारसी नववर्ष मनाया जा रहा है. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को शुभकामनाएं दी हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि पारसी समुदाय के लोगों ने भारत के विकास और विकास के कई पहलुओं में अपार योगदान दिया है. वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में पारसी समुदाय के उत्कृष्ट योगदान का सम्मान करता है. 

भारत के राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ”नवरोज मुबारक! पारसी समुदाय के लोगों ने भारत के विकास और विकास के कई पहलुओं में अपार योगदान दिया है. पारसी नव वर्ष सभी के जीवन में एकता, समृद्धि और खुशी लाए और हमारे नागरिकों के बीच सद्भाव और भाईचारे की भावना को और मजबूत करे.”

पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, ”पारसी नव वर्ष की बधाई. सुख, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य से भरे साल के लिए प्रार्थना. भारत विभिन्न क्षेत्रों में पारसी समुदाय के उत्कृष्ट योगदान का सम्मान करता है.  नवरोज मुबारक!”

भारत में पारसी एक छोटा अल्पसंख्यक समुदाय

बता दें कि भारत में पारसी एक छोटा अल्पसंख्यक समुदाय है, लेकिन इस समुदाय से देश को विभिन्न क्षेत्रों में कई प्रख्यात शख्सियत मिली हैं. पारसी नववर्ष को नवरोज के नाम से भी जाना जाता है. पारसियों के लिए यह दिन सबसे बड़ा होता है. इस दिन को नए फारसी कैलेंडर की शुरुआत के लिए मनाया जाता है. फारसी भाषा में ‘नव’ का अर्थ है नया, और ‘रोज’ का अर्थ है नया दिन.

पारसियों में साल 360 दिन का माना जाता है

पारसियों में 1 साल 360 दिन का माना जाता है और बाकी 5 दिन पूर्वजों को याद करने के दिन होते हैं. साल खत्म होने के ठीक 5 दिन पहले से इसे मनाया जाता है. पारसी समाज में अग्नि की भी खास पूजा की जाती है.

ये नववर्ष पारसी समुदाय में दुनिया के कई हिस्सों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. भारत के अलावा ईरान, पाकिस्तान, इराक, ताजिकिस्तान, लेबनान में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. देश के कई शहरों में आज भी सालों से अखंड ज्योत प्रज्वलित हो रही है.

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