कंझावला केस में कार मालिक गिरफ्तार, अंकुश अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर
नई दिल्ली: दिल्ली कंझावला हिट एंड रन मामले में पुलिस ने छठे आरोपी और कार मालिक आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया (Car owner arrested in Kanjhawala case) है. इसके ऊपर वारदात के बाद गुनाह छुपाने का आरोप है. अंजलि की मौत के मामले में अब तक कुल छह आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि सातवां अभी पुलिस की पहुंच से दूर है. इस बीच, आशुतोष का एक सीसीटीवी फुटेज आया सामने है, जिसमे वह परेशान-सा दिखाई दे रहा है.
कंझावला केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नये-नये खुलासे हो रहे हैं. गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि मामले में पांच नहीं, बल्कि सात लोग संलिप्त हैं. इन्हीं में से कार मालिक आशुतोष भी एक है. आशुतोष ने ही आपनी गाड़ी अमित को दी थी, जिसके पास कार ड्राइविंग का लाइसेंस नहीं था. घटना के बाद आशुतोष ने गाड़ी छुपाने में मदद की और पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी. पुलिस ने जिन दो नये आरोपियों के बारे में बताया था, उनमें आशुतोष के अलावा अंकुश था. इन दोनों का नाम एफआईआर में जोड़ दिया गया है. आंकुश अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर (Ankush still away from police) है.
कंझावला हिट एंड रन मामले में अंजलि की मौत के बाद उसकी कथित सहेली निधि भी शक के दायरे में है. पुलिस के अनुसार अंकुश वही शख्स है, जिसे वारदात के बारे में जानकारी थी और इसके बावजूद उसने आरोपियों को सलाह दी थी कि अमित की जगह दीपक को ड्राइवर बता दिया जाए, क्योंकि अमित के पास लाइसेंस नहीं है. वारदात के वक्त गाड़ी वही चला रहा था. इसीलिए अंकुश के कहने पर पुलिस को गुमराह किया गया और गलत जानकारी दी गई. पता चला है कि अंकुश अमित का भाई है. दिल्ली पुलिस की 18 अलग-अलग टीमें मामले में जांच कर रही हैं. कल दो और नाम शामिल होने के बाद इनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठ रहे थे. मामले में एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें सफेद रंग की टीशर्ट में आशुतोष दिखाई दे रहा है. इस दौरान भी दिख रहा है कि वह काफी घबराया रोड के दोनों तरफ चक्कर लगा रहा है.
फिलहाल पुलिस ने कुल छह आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है और अब एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. इसके बाद पुलिस जरूरत पड़ने पर लाई-डिटेक्टर टेस्ट का अनुरोध कोर्ट से कर सकती है.