महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने की कांग्रेस की बड़ी पहल
अनिल मिश्रा
देश की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की बातें लंबे समय से नेताओं में चर्चा तक सीमित रही हैं। लेकिन इस मुद्दे को धरातल पर लाकर लागू करने की पहल केवल काँग्रेस पार्टी ने की है। इसका एक और उदाहरण काँग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए जारी की गई प्रत्याशियों की सूची है।
काँग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कुछ समय पहले जनता के मुद्दों को उठाने के साथ ही बेटियों के स्वाभिमान व सम्मान को लेकर “लड़की हूँ लड़ सकती हूँ” का नारा और 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का ऐलान किया था। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
पार्टी ने गुरुवार 20 जनवरी को उत्तर प्रदेश के लिए प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की, जिसमे पार्टी के वादे के अनुरूप कुल नामों में 40 प्रतिशत नाम महिलाओं के हैं। इसके पहले, पार्टी की पहली सूची में 125 नाम थे, जिनमे 50 महिलायें थीं। दूसरी सूची में कुल 41 नामों में 16 महिलाओं को उम्मीदवार के तौर पर शामिल किया गया है।
दूसरी सूची में पश्चिमी व मध्य उत्तर प्रदेश के क्षेत्र शामिल हैं। इनमें कई महिलाएं राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहीं हैं, जबकि कई ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने सामाजिक व अन्य मुद्दों पर संघर्ष किया है और महिलाओं की बात को आगे रखा है। इस सूची में एक प्रमुख नाम अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज पूनम पंडित का है, जिन्हे बुलंदशहर के सियाना सीट से टिकट दिया गया है। बुलंदशहर के इस्माइलपुर निवासी पूनम पंडित रूरल यूथ गेम में 2018 शूटिंग रेस 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड जीत चुकी हैं। उन्होंने मुखर रूप से पिछले वर्ष किसान आंदोलन में हिस्सा लिया था। वे गाजीपुर बॉर्डर पर में अधिकांश समय किसानों के धरने में भी शामिल रही हैं।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता स्वर्गीय राजीव त्यागी की पत्नी संगीता त्यागी जी को कांग्रेस ने साहिबाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है। ग़ौरतलब है कि राजीव त्यागी की एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। संगीता त्यागी ने टीवी चैनलों में नफ़रत के तत्वों से भरी बहस को इसका ज़िम्मेदार बताया था और वे टीवी चैनलों में हेट स्पीच को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी गई थीं।
अन्य महिला उम्मीदवारों में सहारनपुर नगर से सुखविंदर कौर, चरथावल (मुजफ्फरनगर) से यासमीन राणा, ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) से सलमा आगा अंसारी, बिलारी (मुरादाबाद) से कल्पना सिंह, चंदौसी (संभल) से मिथिलेश, मोदी नगर (गाजियाबाद) से नीरज कुमारी प्रजापति और हापुड़ से भावना वाल्मीकि को उम्मीदवार बनाया गया है। इनके अलावा, डिबाई (बुलंदशहर) से सुनीता शर्मा, खैर (अलीगढ़) से मोनिका सूर्यवंशी, इगलास (हाथरस) से प्रीति धनगर, छाता (मथुरा) से पूनम देवी, मांट (मथुरा) से सुमन चौधरी, नवाबगंज (बरेली) से ऊषा गंगवार और अकबरपुर से प्रियंका जायसवाल को टिकट दिया गया है।
महिलाओं को बड़ी संख्या में टिकट देने के सवाल पर प्रियंका गांधी ने गत बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘हमने महिलाओं की बात शुरू की तो सभी पार्टियां घोषणाएं करने लगीं। भाजपा, सपा, रालोद, बसपा सबने घोषणाएं कीं। हमारी सफलता यही है कि अब महिलाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।’’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची और दूसरी सूची मिलाकर कुल 166 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की गई है. इसमें कुल मिलाकर 66 महिला उम्मीदवार हैं।
उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में प्रतिज्ञा यात्रा निकाली गई थी जिसमे यह घोषणा के गई थी कि राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को सशक्त बनाया जाएगा। पार्टी ने “हम वचन निभाएंगें” शीर्षक से जो अभियान चलाया उसके अंतर्गत पहली प्रतिज्ञा यही है कि विधान सभा चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को दिया जाएगा।
यह एक ऐसा कीर्तिमान है जिसे अन्य राजनीतिक दलों द्वारा दोहराया जाना अत्यंत कठिन होगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि “केवल काँग्रेस ही अपने नेतृत्व और वचन से महिला हितैषी दल के रूप में उभरी है, और समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी व भारतीय जनता पार्टी द्वारा महिलाओं के पक्ष में इतनी बड़ी घोषणा नहीं की गए है। ऐसे में, काँग्रेस का यह संकल्प उत्तर प्रदेश ही नई बल्कि पूरे देश में राजनीति को एक नई दिशा प्रदान कर सकता है।”