हादसे को गैर इरादतन हत्या में बदलने वाला पुलिसकर्मी निलंबित,
प्रयागराज । पुलिस चाहे तो कपड़े का सांप भी बना सकती है। यह कहावत भले ही आपने सुनी रही हो, लेकिन अब हंडिया में चरितार्थ भी हो गई है। यहां हादसे के एक केस को लिखापढ़ी के जरिए गैर इरादतन हत्या में तब्दील कर दिया गया। सच्चाई का पता चलने पर एसएसपी ने क्षेत्राधिकारी (सीओ) हंडिया के मुख्य आरक्षी (मुंशी) संजय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही तत्कालीन सीओ संतोष कुमार सिंह व वर्तमान सीओ भीम कुमार गौतम के खिलाफ जांच के संबंध में एसपी गंगापार से रिपोर्ट मांगी है। मामले में उनकी भूमिका की जांच होगी और दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई होने की बात कही जा रही है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रयागराज जिले में सरायममरेज थाना क्षेत्र के पूरेडीह गांव निवासी 30 वर्षीय मजदूर श्रीराम 20 दिसंबर 2020 को बाइक से सीमेंट लेने के लिए जा रहा था। तभी रास्ते में वह सड़क हादसे में जख्मी हो गया। बाद में उसकी पत्नी अनीता देवी ने अतुल पांडेय के खिलाफ लाठी, डंडे से हमलाकर घायल करने का आरोप लगाते हुए एससीएसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। फिर फरवरी 2021 में श्रीराम की मौत हो गई। मुकदमे की विवेचना तत्कालीन सीओ हंडिया संतोष कुमार सिंह को मिली।आरोप है कि विवेचक और अधीनस्थ कर्मचारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना नहीं किया। मनमाफिक बयान भी दर्ज करते हुए जांच को आगे बढ़ाया गया। इसके बाद मुकदमे में गैरइरादन हत्या की धारा बढ़ा दी गई। मुंशी भी लगातार पर्चा काटता रहा और सीओ ने पर्यवेक्षण में लापरवाही बरती। सीओ भीम कुमार गौतम ने भी मुकदमे की मानीटरिंग ठीक से नहीं की। इसी बीच आरोपित ने एसएसपी से मिलकर शिकायत की। तब उन्होंने गोपनीय जांच कराई तो हादसे के मुकदमे में हत्या में तब्दील किए जाने की बात सच निकली। इस पर मुंशी को निलंबित करते हुए दोनों सीओ के खिलाफ जांच कराए जाने की बात कही गई।हंडिया से पहले शंकरगढ़ थाने के एक पूर्व नारीबारी चौकी इंचार्ज ने भी ऐसा ही कारनामा किया था। हादसे के एक मुकदमे को एक साल बाद हत्या में बदलने की कोशिश हुई थी। शिकायत मिलने पर एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने प्रकरण में निष्पक्ष विवेचना के निर्देश दिए थे, जिसके बाद सही जांच हुई थी।विवेचना में लापरवाही पर थार्नहिल चौकी प्रभारी रहे दारोगा अजीत सिंह को भी निलंबित किया गया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। बताया गया है कि महिला हिंसा से जुड़े एक मुकदमे की विवेचना में अजीत सिंह ने लापरवाही बरती थी। प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई हुई है। प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि हादसे के प्रकरण में बिना मौका मुआयना कर उसे गैरइरादतन हत्या में तब्दील करना घोर लापरवाही है। प्रकरण में मुंशी को निलंबित किया गया है। पूर्व और वर्तमान सीओ के खिलाफ भी जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।