दिल्ली पुलिस ने शातिर फर्जी डॉक्टर को नर्सिंग होम से किया गिरफ्तार , जानिए क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे धोखेबाज को गिरफ्तार किया है जो खुद को डॉक्टर बता कर कई छोटे-बड़े अस्पतालों में बतौर डॉक्टर की नौकरी कर चुका है. इतना ही नहीं खुद को डॉक्टर बता कर इसने दो महिलाओं से शादी भी कर ली और उनसे 2 बच्चे भी हैं.
इस फरेबी का नाम मनीष कौल(37) उर्फ डॉ विक्रांत भगत उर्फ वरुण कौल है. इस पर 10 राज्यों में धोखाधड़ी और जालसाजी के 27 मामले दर्ज हैं. ये इतना शातिर है कि साल 2019 में दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन को चकमा देकर फरार हो गया था.
क्या है मामला
क्राइम ब्रांच के अडिशनल कमिश्नर पुलिस शिबेश सिंह का कहना है कि काफी समय से दिल्ली पुलिस इस धोखेबाज की तलाश कर रही थी. पुलिस को सूचना मिली कि वह शास्त्री नगर, मेरठ में है. कॉल इंटरसेप्ट के दौरान शुक्रवार को पता चला कि आरोपी ने ऑनलाइन एप से खाना ऑर्डर किया है. पुलिस ने डिलीवरी ब्वॉय की मदद से शास्त्री नगर के एक नर्सिंग होम में पहुंच आरोपी मनीष कौल को दबोच लिया.
यहां वह डॉक्टर विक्रांत बनकर नौकरी कर रहा था. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह कई अस्पतालों में डॉक्टर की नौकरी कर चुका है और एवज में डेढ़ लाख रुपये सैलरी तक ले चुका है. असलियत में वह महज 12वीं पास है. उसने बीयूएमएस में दाखिला लिया था, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी.
महिला टीचर व महिला डॉक्टर से कर चुका है शादी
पुलिस का कहना है कि मनीष ने पूछताछ में बताया कि साल 2007 में उसने एक अखबार में विज्ञापन देखकर एक महिला टीचर से संपर्क किया. खुद को एमबीबीएस डॉक्टर बता कर महिला से शादी कर ली. 2014 में उसने जीवन साथी डॉट कॉम पर अपना प्रोफाइल बनाकर खुद को एमबीबीएस, एमडी डॉक्टर बताया. अपने पिता को भी उसने डॉक्टर बताया. इसका प्रोफाइल देखकर एक महिला डॉक्टर इसके झांसे में आ गई. 2015 में दोनों ने शादी कर ली. पुलिस का कहना है कि मनीष के खिलाफ दिल्ली, मुंबई, पंचकुला, गोवा, बंगलूरू, चंडीगढ़, फरीदाबाद, जयपुर, केरल, अंबाला और काशीपुर, उत्तराखंड में करीब 27 मामले दर्ज है.