‘गंदगी भारत छोड़ो’ का संकल्प दोहराएं: पीएम मोदी
स्वतंत्रता दिवस तक अभियान चलाएं
नई दिल्ली, एजेंसी! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजघाट पहुंचे और राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (आरएसके) का उद्घाटन किया। महात्मा गांधी को समर्पित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र की प्रधानमंत्री ने सबसे पहले घोषणा 10 अप्रैल 2017 को गांधीजी के चंपारण ‘सत्याग्रह’ के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर की थी। यह स्वच्छ भारत मिशन पर एक परस्पर संवादात्मक अनुभव केंद्र होगा।आरएसके पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और केंद्र का अवलोकन किया। आरएसके में स्थित सभागार में प्रधानमंत्री ने ‘दर्शक 360 डिग्री’ का अनूठा ऑडियो-विजुअल कार्यक्रम देखा, जिसमें भारत की स्वच्छता की कहानी यानी दुनिया के इतिहास में लोगों की आदतों में बदलाव लाने वाले सबसे बड़े अभियान की यात्रा दिखाई गई।
पीएम मोदी दिल्ली के 36 स्कूली छात्रों से बातचीत कर रहे हैं, जो 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी जी का अभियान था- अंग्रेजों भारत छोड़ो। हम लोग अभियान चला रहे हैं- गंदगी भारत छोड़ो। उन्होंने कहा कि आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है। देश की आजादी में आज की तारीख का बहुत बड़ा योगदान है। आज के ही दिन, 1942 में गांधी जी की अगुवाई में आजादी के लिए एक विराट जन आंदोलन शुरू हुआ था, अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा लगा था।पीएम ने कहा कि पूज्य बापू, स्वच्छता में स्वराज का प्रतिबिंब देखते थे। वो स्वराज के स्वपन की पूर्ति का एक मार्ग स्वच्छता को भी मानते थे। मुझे संतोष है कि स्वच्छता के प्रति बापू के आग्रह को समर्पित एक आधुनिक स्मारक का नाम अब राजघाट के साथ जुड़ गया है। ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर, राजघाट के समीप, राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का लोकार्पण अपने आप में बहुत प्रासंगिक है। ये केंद्र, बापू के स्वच्छाग्रह के प्रति 130 करोड़ भारतीयों की श्रद्धांजलि है, कार्यांजलि है।