फतेहपुर की अस्थाई जेल में सामान पहुंचाने का पुलिसकर्मी लेते हैं रुपया

रिजर्व पुलिस लाइन के युवा सिपाहियों ने मचा रखी है अस्थाई जेल में लूट


फतेहपुर, रवि कश्यप! फतेहपुर जनपद के जिला कारागार अधीक्षक ने जेल प्रशासन को कड़ा निर्देश देते हुए बताया कि कोरोनावायरस जैसी बीमारी ने पूरे देश में अपना पैर पसार रखा है वर्तमान समय में जनपद भी कोरोनावायरस की चपेट से बाहर नहीं ऐसी स्थिति में जनपद के डाक बंगले के समीप सेंट जेवियर्स विद्यालय में अस्थाई जेल बनाई गई है वर्तमान समय में आने वाले बंदियों को अस्थाई जेल में रखा जाता है हालांकि जिला कारागार में जेल प्रशासन का स्टाफ कम होने के कारण रिजर्व पुलिस लाइन से उत्तर प्रदेश पुलिस का भी सहयोग लिया जा रहा है वर्तमान समय में अस्थाई जेल में जिला कारागार प्रशासन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश पुलिस भी अपना सहयोग भरपूर कर रही है परंतु कुछ ऐसे युवा सिपाही हैं जो जिला कारागार के प्रशासन को पलीता लगा रहे हैं ताजा मामला आपको बताते हैं कि अस्थाई जेल में बंदियों से मिलने आने वाले बंदियों के परिजन को लूटने का कार्य बखूबी किया जा रहा है यह कार्य कोई और नहीं रिजर्व पुलिस लाइन के सिपाही कर रहे हैं कोविड-19 के चलते बंदियों से मुलाकात नहीं हो पा रही है परंतु उनके पास सामान पहुंचाने के नाम पर पैसों की खूब धांधली चल रही है यदि बंदियों के परिजन को बंदियों के पास खाने-पीने की सामग्री पहुंचाने हो तो रिजर्व पुलिस लाइन के युवा सिपाही ने लूट मचा रखी है जितने का सामान नहीं होता उससे ज्यादा अंदर पहुंचाने के नाम पर चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है बीते दिन एक बंदी के परिजन ने ₹160 का सामान बंदी के पास पहुंचाने के लिए दुकान से खरीदा परंतु रिजर्व पुलिस लाइन के युवा सिपाही ने ₹200 से लेकर ₹500 तक सामान पहुंचाने के नाम पर बंदी के परिजन से ले लिया जाता है तब जाकर परिजन के बंदी के पास जा कर सामान पहुंचा ऐसी स्थिति में जब देश कोरोनावायरस जैसी महामारी से ग्रसित हो रहा है और जनता एक एक रुपए के लिए मोहताज है क्या ऐसे समय में रिजर्व पुलिस लाइन के युवा सिपाहियों को सिर्फ पैसा ही दिखता है या इसके पीछे कोई और छिपा हुआ है यह भी कह सकते हैं कि कराने वाला कोई और है और करने वाला कोई और वर्तमान समय में अस्थाई जेल में मची है लूट नहीं मिलती बंदियों के परिजन को कोई छूट

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