Gujarat: देशभर में 200 से ज्यादा फर्जी कंपनियां बनाईं, करोड़ों के फर्जी बिल बनाए
Gujarat: जीएसटी घोटाले में अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने गुजरात के एक पत्रकार महेश लंगा को गिरफ्तार किया है। पत्रकार पर फर्जी दस्तावेजों के जरिये पत्नी और पिता के नाम पर बोगस फर्म बनाने और संदिग्ध लेन-देन का आरोप है।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के अनुसार केंद्रीय जीएसटी से शिकायत मिलने के बाद फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाकर सरकार को धोखा देने के इरादे से चल रही फर्जी फर्मों और कई व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उसी के आधार पर अहमदाबाद, जूनागढ़, सूरत, खेड़ा और भावनगर में 14 जगहों पर छापेमारी की गई। कुल 12 फर्जी फर्म बनाने वाले 33 से ज्यादा संचालकों को हिरासत में लिया गया है। इनमें सौराष्ट्र के भाजपा विधायक भगवान बारड के बेटे अजय बारड और पत्रकार महेश लंगा से भी पूछताछ की गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि देशभर में 200 से ज्यादा फर्जी फर्मों ने करोड़ों रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का घोटाला किया है।
इस मामले में क्राइम ब्रांच के एसीपी भरत पटेल ने बताया कि जीएसटी से मिली शिकायत के बाद पत्रकार महेश लंगा को फर्जी दस्तावेज के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। क्राइम ब्रांच सभी दस्तावेज जब्त कर आगे की जांच करेगी। पत्रकार महेश लंगा के चाचा और सेवानिवृत्त आईएएस एसके लांगा भी जमीन हड़पने के मामले में फिलहाल जेल में हैं।
सेंट्रल जीएसटी द्वारा क्राइम ब्रांच की शिकायत के आधार पर अहमदाबाद, जूनागढ़, सूरत, खेड़ा, भावनगर समेत राज्य भर में 14 स्थानों पर क्राइम ब्रांच, ईओडब्ल्यू और एसओजी की टीमों द्वारा छापेमारी और जांच की गई । देश भर में धोखाधड़ी से बनाई गई 200 से अधिक कंपनियां, संस्थाएं फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त और पारित करके सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए संगठित तरीके से काम कर रही हैं। ऐसी फर्में बनाने के लिए फर्जी पहचान और दस्तावेजों का उपयोग जैसे धोखाधड़ी वाले तरीके भी सामने आए हैं। एक बड़ा समूह इस तरह की फर्जी बिलिंग, फर्जी दस्तावेजों और तथ्यों, दस्तावेजों की गलत बयानी के माध्यम से देश को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाने के लिए आपराधिक साजिश रचने का काम कर रहा है। इसकी फिलहाल जांच की जा रही है और कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है ।
माल एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय के निदेशक हिमांशु जोशी ने अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई कि एक निश्चित दस्ते द्वारा अहमदाबाद की ध्रुवी एंटरप्राइजेज के नाम पर एक फर्जी कंपनी पंजीकृत करके फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया जा रहा है। इस दस्ते ने देश भर में 200 से अधिक फर्जी कंपनियों को पंजीकृत किया है और करोड़ों रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त किया है। जिसके लिए उन्होंने हजारों करोड़ रुपये के फर्जी बिल भी बनाए।
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इस शिकायत के आधार पर अहमदाबाद क्राइम ब्रांच, एसओजी और आर्थिक अपराध निवारण शाखा ने कर चोरी का पता लगाने के लिए राज्यव्यापी छापेमारी की। शुरुआती जांच में ही 200 करोड़ से ज्यादा के घोटाले की जानकारी सामने आ रही है। जांच में इन घपलों-घोटालेबाज की संख्या बढ़ने की आशंका है |