कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक से टीकाकरण केंद्रों पर फिर बढ़ा दबाब, वैक्सीन का भी संकट

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कोविड (covid in uttar pradesh) के वैरिएंट बीएफ-7 को लेकर अलर्ट जारी है. इससे बचाव के लिए लोग अब सतर्कता डोज (booster dose of covid) लगवाने के लिए कोविड टीकाकरण केंद्रों (covid vaccination centers) की ओर तेजी से भाग रहे हैं. मौजूदा समय में टीकाकरण केंद्रों पर अचानक भीड़ बढ़ने के कारण वैक्सीन की मारामारी है. हर दिन पांच से छह हजार लोगों को ही टीके लग पा रहे हैं. अभी स्टाक में करीब दो लाख टीके हैं और वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ ज्यादा है. ऐसे में शुक्रवार को करीब 109 टीकाकरण केंद्र कम कर दिए गए, क्योंकि वहां वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी. फिलहाल केंद्र से वैक्सीन की मांग के लिए पत्र भेजा जा चुका है. अब इंतजार है कि केंद्र कब टीका देगा.

30 फीसद को ही लगी सतर्कता डोज : यूपी में 17.69 करोड़ लोगों ने टीके की पहली, 16.88 करोड़ लोगों ने दूसरी और 4.48 करोड़ लोगों ने सतर्कता डोज (booster dose of covid) लगवाई है. यानी 30 प्रतिशत लोगों ने ही अभी तक टीके की सतर्कता डोज लगवाई है. करीब ढाई महीने पहले जब कोरोना की बिल्कुल भी आहट नहीं थी तब लोग टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच रहे थे. उस समय टीका लगवाने के लिए भीड़ कम होने और पूरे-पूरे दिन टीकाकरण केंद्रों पर सन्नाटा होने के कारण धीरे-धीरे टीकाकरण केंद्रों की संख्या (Number of Vaccination Centers) डेढ़ हजार से घटाकर 587 तक कर दी गई.

केंद्र से मांगी गई है वैक्सीन : चीन सहित कुछ देशों में कोरोना के नए वैरिएंट (New variants of Corona in some countries including China) से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में अब सतर्कता डोज (booster dose of covid) लगवाने से छूटे लोग वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में टीके की कमी के कारण 478 टीकाकरण केंद्र ही बनाए गए. 440 केंद्र सरकारी और 38 प्राइवेट अस्पतालों में बनाए गए हैं. यानी टीकाकरण केंद्र बढ़ने की बजाए घट गए. उधर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brijesh Pathak) की ओर से पहले ही केंद्र से टीके की मांग को लेकर पत्र भेजा जा चुका है.

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