रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले, तीनों सेनाओं के एकीकरण की ओर तेजी से बढ़ रहा है भारत
नई दिल्ली, एजेंसी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि भारत तेजी से सशस्त्र बलों की तीनों सेनाओं की ‘एकीकरण’ की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने नई दिल्ली में भारतीय सेना के लॉजिस्टिक पर आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करते हुए यह बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ने रेल क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है और पिछले सात सालों में 9,000 किमी से अधिक लाइनों को दोगुना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले के पांच सालों में यह आंकड़ा केवल 1,900 किलोमीटर था।सिंह ने कहा कि हम तेजी से तीनों सेवाओं की ‘एकीकरण’ की ओर बढ़ रहे हैं। साथ ही कहा कि हमारा प्रयास सामान्य लॉजिस्टिक नोड्स का है ताकि एक सेवा के संसाधनों को अन्य सेवाओं के लिए मूल रूप से उपलब्ध कराया जा सके।दिल्ली छावनी के मानेकशॉ सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक्स उन क्षेत्रों में से है, जिन्हें इस ‘एकीकरण’ से सबसे ज्यादा फायदा हुआ है।राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में दुनिया इस तरह जुड़ी है जैसा पहले कभी नही था। इसमें भी रसद और आपूर्ति श्रृंखला की बड़ी भूमिका है। हम दुनिया के एक हिस्से में बैठकर दूसरे हिस्से की जानकारी प्राप्त करने के साथ कोई सामान भी मंगवा सकते हैं। किसी देश की अर्थव्यवस्था को और ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक मजबूत, सुरक्षित और त्वरित रसद आपूर्ति प्रणाली एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता होती है। आज हमारा देश दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।उन्होंने कहा कि भारत 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे में देश में रसद को एकीकृत करने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण नीतियां तैयार की हैं।बता दें कि इस सेमिनार के उद्घाटन समारोह में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरक आर हरि कुमार और नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत सहित अन्य लोग भी शामिल हुए।