उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में मेरठ सहित वेस्ट यूपी में जगह प्रदर्शन
मेरठ। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की गला रेत कर हत्या करने के विरोध में गुरुवार को वेस्ट यूपी के कई स्थानों पर विश्व हिंदु परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिंदु संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और इस दौरान पुतला भी फूंका गया। वहीं सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। इस मामले आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।मेरठ में कमिश्नरी पर गुरुवार की सुबह की बजरंग दल के कार्यकर्ता पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की गई, इसके बाद पुतला भी फूंका गया। वहीं शामली कलक्ट्रेट में हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकताओं ने उदयपुर की घटना के विरोध में एडीएम सन्तोष कुमार सिंह को सौंपा ज्ञापन। इसके अलावा मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की मदद और आरोपितों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई। दूसरी ओर बिजनौर में भी बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका। उदयपुर जिले में हुई कन्हैया लाल की हत्या को लेकर कस्बा जानसठ की विश्व हिंदू परिषद द्वारा एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी जानसठ को दिया गया। इस दौरान ज्ञापन देने जा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रास्ते में रोका। जिसमें पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई। उसके बाद कस्बा जानसठ के काले गेट पर पहुंचकर सभी कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी अभिषेक कुमार को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान तहसीलदार संजय सिंह नायब तहसीलदार जसमेन्दर सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी शकील अहमद कोतवाली प्रभारी विश्वजीत सिंह सहीत समस्त पुलिस फोर्स मौजूद रही।राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की दिनदहाड़े हुई हत्या के विरोध में गुरुवार को तमाम हिंदू संगठन सड़क पर उतर आए। बड़ी संख्या में कमिश्नरी चौराहा पहुंचे लोगों ने जोरदार हंगामा किया और हत्यारों को फांसी देने की मांग की। लोगों ने विरोध में राजस्थान सरकार का पुतला भी दहन किया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा।
फांसी दिए जाने की मांग
गुरुवार को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जागरण मंच, हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू स्वाभिमान संस्था आदि संगठनों के लोग कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचे और यहां हंगामा शुरू कर दिया। सभी संगठनों के लोगों ने कन्हैया लाल की हत्या के आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की। साथ ही राजस्थान में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं के लिए गहलोत सरकार को बर्खास्त करने की मांग राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपकर की। इस दौरान कुछ लोग कमिश्नरी में घुस गए और पुतला दहन करने का प्रयास किया। जिसको लेकर काफी देर तक पुलिस से तकरार भी हुई। हालांकि बाद में पुतला लेकर लोग कमिश्नर कार्यालय परिसर से बाहर आ गए और सड़क पर राजस्थान सरकार का पुतला दहन कर दिया।