अग्निपक्ष का विरोध प्रदर्शन के पीछे कुछ डिफेंस एकेडमियों का हाथ होने की आशंका
बड़ी टैक्स चोरी की भी सूचना थी, दस्तावेज-रिकॉर्ड बरामद
इंदौर। अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में हुए प्रदर्शन के बाद खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर इनकम टैक्स विभाग ने इंदौर की इंदौर फिजिकल इंस्टीट्यूट और सत्यादी शर्मा क्लासेस सिविल सहित देशभर में सैंकड़ों डिफेंस और फिजिकल इंस्टीट्यूट पर कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान बड़ी तादाद में दस्तावेज इलेक्ट्रॉनिक रिकार्ड आदि बनामद किए गए हैं जो बड़ी टैक्स चोरी का खुलासा करते हैं। कार्रवाई की आईबी, एसटीएफ जैसी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर अंजाम दिया गया है। बताया जा रहा है कि कार्रवाई सीधे पीएम की निगरानी में हो रही है। इंदौर में इनकम टैक्स के इंटेलिजेंस विंग ने नवलखा क्षेत्र स्थिति इंदौर फिजिकल इंस्टीट्यूट पर कार्रवाई की। इंस्टीट्यूट आनंदनगर चितावद निवासी जितेंद्र पेरवाल और उनके दो भाइयों ने शुरु किया था। इंस्टीट्यूट का ट्रेडमार्क क्लास 41 (एजुकेशन व एंटरटेनमेंट) के लिए हुआ है जिसका मकसद एंटरटेंनमेंट, स्पोटर््स व कल्चरल ट्रेनिंग उपलब्ध कराना है। जबकि यहां पुलिस से लेकर सेना के लिए स्टूडेंट्स तैयार किए जाते हैं। इसकी अन्य शाखाओं पर भी कार्रवाई 159 साजननगर स्थित सत्यावदी शर्मा फिजिकल क्लासेस पर हुई है। इसके संचालक अनिल शर्मा और सत्येंद्र ठाकुर हैं। सूत्रों की मानें तो कार्रवाई के दौरान दोनों इंस्टीट्यूट टैक्स चोरी संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। दोनों जगह डबल एंट्री सिस्टम मिला। मतलब, अपने रिकार्ड के लिए स्टूडेंट्स की संख्या और फीस का आंकड़ा अलग और सरकारी डिपार्टमेंट को दिखाने के लिए आंकड़ा अलग। अभी तक सेना में भर्ती के लिए तमाम डिफेंस एकेडमी द्वारा विभिन्न प्रकार के एजुकेशन व प्रशिक्षण शिविर व क्लासेस आयोजित किए जाते थे। चूंकि अग्निपथ योजना के तहत नौकरी चार साल के लिए ही मिलना है तो कोई सालभर की ट्रेनिंग पर क्यों खर्च करे। वह भी तब, जब अग्निपथ के तहत सेना में भर्ती को सरकार ने सुलभ बना दिया है। अग्निपथ से डिफेंस एकेडमी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा था। इसीलिए माना जा रहा है कि इन अकेडमियों द्वारा स्टूडेंट्स को बरगलाया गया और नतीजा हिंसा के रूप में देखने को मिला। हालांकि एकेडमियों ने इन आरोपों को शुरु से नकारा। बीते दो दिन से देश के कई इलाकों में आईटी सर्वे चल रहा है। हाल ही में बिहार की राजधानी पटना के अलावा मसौढ़ी, मुजफ्फरपुर, पुनपुर और आरा जिले में भी कोचिंग संचालकों के यहां छापेमारी की गई है। इनमें यू-ट्यूब पर लाखों फॉलोअर्स वाले खान सर और रहमान सर भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों जो विरोध प्रदर्शन अग्निपथ योजना के तहत देशभर में हुए थे उनके पीछे केंद्र सरकार ने डिपेंस एकेडमियों के हाथ होने की आश्ंाका जताई थी। राज्य और केंद्र सरकार की तमाम खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में सरकार की इस आशंका को पुष्ट कर दिया।