केन्या की रोजमेरी से बोले पीएम मोदी वेलकम टू गुजरात, आयुर्वेद से लौटी आंखों की रौशनी
अहमदाबाद : पहले ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आयुर्वेदिक उपचार की ताकत का जिक्र किया. केन्या के प्रधानमंत्री ओडिंगा की बेटी रोज मेरी के जीवन में आई चुनौती का जिक्र कर पीएम मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री ओडिंगा ने दुनियाभर में रोजमेरी के इलाज का प्रयास किया. प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में आयुर्वेद के उपचार के बाद रोज मेरी की आंखों की रौशनी लौटी. प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी बहन ट्रैडिशनल मेडिसीन के विद्यार्थियों को पढ़ाती हैं. भारत की पारंपरिक चिकित्सा और मेडिसीन के प्रभाव का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आयुर्वेदिक दवाइयां, आयुष काढ़ा और ऐसे अनेक प्रोडक्ट्स इम्यूनिटी बढ़ाने में लोगों की मदद कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कोरोना कालखंड में भारत में से हल्दी का एक्सपोर्ट अनेक गुना बढ़ गया था. अहमदाबाद में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट के पहले दिन पीएम मोदी ने कहा, हमने अक्सर देखा है कि अलग अलग सेक्टर्स में निवेश के लिए इन्वेस्टमेंट समिट होती रही है, लेकिन ये पहली बार है जब आयुष सेक्टर के लिए इस तरह की समिट हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कोरोना महामारी के दौर में हमने देखा कि जो मॉर्डन फार्मा कंपनियां हैं, वैक्सीन मैन्यूफैक्चर्स हैं, उन्हें उचित समय पर निवेश मिलने पर उन्होंने कितना बड़ा कमाल करके दिखाया. उन्होंने कहा कि आयुष के क्षेत्र में निवेश और इनोवेशन की संभावनाएं असीमित हैं. उन्होंने कहा, आयुष दवाओं, सप्लीमेंट और कॉस्मेटिक्स के उत्पादन में हम पहले ही अभूतपूर्व तेजी देख रहे हैं.