चोरी की घटनाओं का खुलासा न कर पाने वाले राधा नगर चौकी इंचार्ज पर पुलिस अधीक्षक क्यों मेहरबान ?
अनिल श्रीवास्तव, फतेहपुर। जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना अध्यक्षों व चौकी इंचार्जों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि किसी भी थाना क्षेत्र में अपराधों पर अंकुश नहीं लगा तो अथवा घटित घटनाओं का खुलासा नहीं किया गया और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो संबंधित थाना अध्यक्ष और चौकी इंचार्जों पर गाज गिरना पूरी तरह से तय है। पुलिस अधीक्षक का खौफ भले ही समूचे जनपद की खाकी में समाया हुआ हो किंतु राधा नगर चौकी इंचार्ज उनके खौफ से बेखौफ होकर रिश्वत के झूले में झूलने का काम कर रहा हैं। अपने आप को खाकी का सूरमा समझने वाला चौकी इंचार्ज राधानगर ने लगभग 1 दर्जन से अधिक हत्या युक्त डकैती तथा चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश नहीं कर सका है और क्षेत्र में चोरी की घटनाओं का निरंतर ग्राफ बढ़ता जा रहा है उसके बावजूद जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक आखिरकार उक्त चौकी इंचार्ज के ऊपर क्यों मेहरबान हैं यह बात इलाके की जनता के गले के नीचे नहीं उतर रही है। मालूम रहे कि राधा नगर चौकी क्षेत्र में हत्या युक्त डकैती के अलावा चोरी की घटनाओं के घटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और चोरी की घटनाओं की कड़ी में कड़ी जुड़ती चली जा रही है। राधा नगर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली नहर पुलिया रोड पर स्थित पान के थोक विक्रेता लखन गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि वह असोथर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कुसुंभी गांव का मूल निवासी है और वह यहां रहकर पान का थोक व्यापार करता है। पीड़ित ने बताया कि होली के त्यौहार में वह 24 मार्च को परिवार के साथ अपने पैतृक गांव त्योहार मनाने के लिए चला गया था और होली का पर्व समाप्त होने के बाद जब वह 26 मार्च को लौट कर आया तो उसने देखा कि उसके मकान का ताला टूटा हुआ है और अंदर जाकर देखा तो गृहस्ती का पूरा सामान तितर-बितर पड़ा हुआ था। पीड़ित ने बताया कि घर की अलमारी में रखी 140000 रुपए की नगदी के अलावा लगभग तीन लाख रुपए कीमत के सोने एवं चांदी के आभूषण चोर चुरा ले गए है। पीड़ित ने बताया कि इस संबंध में उसने राधा नगर चौकी के अलावा थाना कोतवाली में घटना के संबंध में मुकदमा पंजीकृत कराए जाने की फरियाद की थी किंतु चौकी और थाने से पुलिस ने दुत्कार कर भगा दिया था। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चोरी की घटना का मुकदमा पंजीकृत करने के लिए शहर कोतवाल को निर्देश दिया था। हैरत की बात तो यह है कि चौकी इंचार्ज राधानगर बृजेश सिंह ने पान के थोक विक्रेता को आश्वासन देते हुए कहा था कि घटना का खुलासा शीघ्र किया जाएगा और चोरों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा किंतु इलाके की जनता इस बात को भलीभांति समझती है कि यह खाकी का सुरमा कार्यवाही के नाम पर महज लॉलीपॉप दिखाता है। आश्चर्य की बात तो यह है कि जब से राधा नगर चौकी की स्थापना हुई है और उपरोक्त चौकी की पहली कमान बतौर चौकी इंचार्ज राकेश कुमार सिंह ने संभाली थी तब से लेकर वर्तमान चौकी इंचार्ज के समय में चोरी के अलावा हत्या युक्त डकैती की जितनी वारदात हुई है इससे पहले इतनी घटनाओं का दर्द इस इलाके में ना देखने और ना ही सुनने को मिली है। आखिरकार पुलिस अधीक्षक इस क्षेत्र में हो रही ताबड़तोड़ चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने की बात तो दूर रही एक भी घटना का खुलासा करने में नाकाम साबित हो रहे चौकी इंचार्ज पर अपनी मेहरबानियों के फूल क्यों बरसा रहे हैं यह बात आम जनता के गले के नीचे नहीं उतर रही है।