नगर आयुक्त ने कहा, ठेकेदारी प्रथा से किसी भी कर्मचारी का नुकसान नहीं होगा

गाजियाबाद। लायक हुसैन।( एक संदेश ब्यूरो ) कहते हैं कि जब तेज तर्रार और ईमानदार अधिकारी हो तो निचले स्तर के कर्मचारियों का शोषण होना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है, ठीक इसी तरह गाजियाबाद के नगर निगम में इस बक्त नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर हैं और वह अपने कार्यों का बखूबी ईमानदारी के साथ निर्वाहन भी करते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको बताएंगे कि नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने निगम में कार्य कर रहे कर्मचारियों को नाखुश नहीं होने दिया और एक बैठक कर सभी की पीड़ा को समझने के साथ एक अहम फैसला भी किया। दरअसल नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के आवास पर समस्त कर्मचारी संगठनों की एक बैठक हुई, जिसमें कर्मचारी यूनियनों का संरक्षक होने के नाते भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के क्षेत्रीय महामंत्री प्रदीप चौहान ने नगर आयुक्त के साथ बैठक की, बैठक में पिछले हफ्ते कर्मचारियों की मांगों को लेकर एक ज्ञापन नगरायुक्त को दिया गया। इस बैठक में नगर निगम के ड्राइवरों का ठेकेदारी प्रथा पर जाना मुख्य विषय था। जिसमें नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के द्वारा आश्वासन दिया गया कि किसी भी ड्राइवर की कोई नौकरी नहीं जाएगी और ना ही किसी का शोषण होगा। साथ ही कूड़े से होने वाली आय का 60 प्रतिशत हिस्सा सफाई कर्मचारियों के वेलफेयर फंड में जमा हो, इसको सुनिश्चित किया गया है, इसी के साथ नगर आयुक्त ने मौके पर आदेश भी दिए कि जिन कर्मचारियों का ईएसआई, पीएफ इत्यादि फंड उनके वेतन से काटा जा रहा है, उन सभी को एक पासबुक जारी की जाएगी, इस मौके पर अपर नगर आयुक्त शिवपूजन यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार, कर्मचारियों के अध्यक्ष नैन सिंह चौधरी, रामबोल दीवान, अशोक मकवाना, राजेश चौहान, सलीम खान सैफी, शक्तिनवाल, रामभूल धिगांन आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।  

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