कोविड कचरे पर लापरवाही में पटना के एम्स को नोटिस

पांच बड़े अस्पतालों को भी नोटिस

पटना। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने एम्स सहित पांच प्रमुख अस्पतालों को नोटिस जारी किया है। इन पर कोविड कचरे और मेडिकल अपशिष्ट को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप है। यह लापरवाही बीते दिनों पर्षद द्वारा किए गए निरीक्षण में सामने आई थी। अस्पतालों को कमियां सुधारने को 15 दिन की मोहलत दी गई है। तय समय में सुधार न हुआ तो विधिक कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।मेडिकल वेस्ट लोगों को स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। यही कारण है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 में मेडिकल वेस्ट को सामान्य कचरे से अलग करके निस्तारित करने के विशेष प्रावधान किए गए हैं। वहीं, कोविड-19 आपदा को लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अलग से गाइडलाइन जारी की हैं। अस्पतालों, टेस्ट लैब, क्वारंटाइन केंद्रों आदि से निकलने वाले कोविड कचरे को बाकी मेडिकल वेस्ट से भी अलग पीली थैली में रखने का प्रावधान है। प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा बार-बार लिखने के बावजूद अस्पताल इसे लेकर संजीदा नहीं हैं। राजधानी पटना के प्रमुख अस्पताल ही इस मामले में खासी लापरवाही बरत रहे हैं। पर्षद द्वारा गत 16 व 17 जुलाई को एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस और आईजीआईसी का निरीक्षण किया गया था। कोविड कचरा कहीं भी नियमानुसार रखने और निस्तारित करने की व्यवस्था नहीं मिली।

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