कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर पूरी दुनिया दहशत में ,ओमिक्रोन वैरिएंट के म्यूटेशन को जानकर हैरान दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानी
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर पूरी दुनिया बेहद चौकस है। अब तक दुनिया के करीब 10 देशों में इसके मामले सामने आ चुके हैं। इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए विश्व के कई देश छह देशों पर ट्रैवल बैन तक लगा चुके हैं। इनमें अफ्रीकी महाद्वीप के देश शामिल हैं। इजरायल ने इसको देखते हुए अपनी सीमाओं को सील कर दिया है। कुछ दूसरे देश भी अब इस बारे में अपना मन बना रहे हैं।
आपको बता दें कि इस वैरिएंट का पहला मामला नवंबर की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था। इसके बाद से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन इसको लेकर चेतावनी दे रहा है। इस वैरिएंट के म्यूटेशन की जहां तक बात है तो इसमें अब तक 50 से अधिक म्यूटेशन सामने आ चुके हैं। हालांकि दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी लैब में इसकी जीन सिक्वेंसिंग के दौरान जब इसके इतनी बार म्यूटेट होने का राज खुला था तो वैज्ञानी हैरान हो गए थे।
लांसेट लैब, जो कि दक्षिण अफ्रीका की कुछ बड़ी लैब में से एक है उसके हैड आफ सांइस रकेल वियना ने बताया कि इसे जानकार वो हैरान थे। टेस्टिंग के दौरान इसके कई म्यूटेशन सामने आने की बात की पहचान हुई थी। खासतौर पर स्पाइक प्रोटीन में, जिससे ये मानव कोशिकाओं में प्रवेश करता है। उन्होंने बताया कि इस दौरान उनके सामने जो आया वो चौकाने वाला था। उन्हें पहली बार में लगा कि शायद टेस्टिंग में कोई गड़बड़ी हुई है।
रायटर्स से बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी बताया कि इस वैरिएंट के म्यूटेशन के बारे में जानने के बाद उन्होंने तुरंत अपने एक कुलीग डनियल अमोको को फोन लगाया जो नेशनल इंस्टिट्यूट फार कम्यूनिकेबल डिजीज में जीन सिक्वेंसर थे। समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि म्यूटेशन के बारे में जानने के बाद वो ये नहीं समझ पा रही थीं कि डेनियल को इसकी जानकारी कैसे दी जाए।
इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत कर डेनियल को इसकी जानकारी दी। दक्षिण अफ्रीका में मिले इस वैरिएंट ने जल्द ही विश्व को दहशत में डालने का काम किया। इस नए और घातक वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बाद देशों ने कई तरह के प्रतिबंध दोबारा लगाने की शुरुआत की। डेनियल ने अपनी टीम के साथ मिलकर इस वैरिएंट के करीब आठ विभिन्न सैंपल की जांच की। इन सभी सैंपल्स को वियना ने ही उन्हें भेजा था।
इसकी जांच में जो हैरानी और परेशानी वियना को हुई थी वही डेनियल को भी हुई। उनको भी पहली बार में जांच में किसी तरह की गलती होने का अंदेशा हुआ, लेकिन ये अब एक सच्चाई बन चुकी थी। इस दौरान तक दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए मामलों में एक तरह से बाढ़ सी आ चुकी थी। ओमिक्रोन इससे पहले सामने आ चुके डेल्टा वैरिएंट की श्रेणी में आ चुका था। अगस्त 2021 के बाद से दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के एल्फा वैरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया था।