दिल्ली और फरीदाबाद में प्रदूषण से हालात गंभीर, एक्यूआई 386 दर्ज किया गया

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर की मंद पड़ी हवाएं एक बार फिर जहरीली हो गई हैं। 24 घंटे में दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 को पार कर गया। फरीदाबाद की हवा भी इसी श्रेणी में रही। वहीं, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद व गुरूग्राम का प्रदूषण बेहद खराब स्तर के उच्चतम श्रेणी में था। प्रदूषण पर काम करने वाली एजेसियों का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों में हवा की चाल में मामूली इजाफा होने से प्रदूषण छंटेगा, लेकिन यह बेहद खराब ही बनी रहेंगी। सफर के अनुसार आज सवेरे दिल्ली का एक्यूआई 386 दर्ज किया गया है। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली की सतह पर चलने वाली हवाओं की दिशा पूर्वी थी। मानक10 किमी प्रति घंटा की इसकी चाल चार से छह रही। वहीं, मिक्सिंग हाइट करीब 1100 मीटर रिकार्ड की गई। मानक 6000 वर्ग मीटर/सेकेंड की जगह वेंटिलेशन इंडेक्स भी 500 पर आ गया था। इसके मिले-जुले असर पर प्रदूषक न तो ऊंचाई में दूर तक फैल सके और न ही सतह के साथ दूर-दूर तक। नतीजा हवाओं के जहरीली हो जाने के तौर पर रहा। बृहस्पतिवार के 400 की तुलना में शुक्रवार को गुणवत्ता सूचकांक 406 पर पहुंच गया।उधर, सफर का आकलन है कि शुक्रवार को पराली जलने के मामले कम होने और हवा की दिशा पूर्वी होने से इसके धुंए का हिस्सा प्रदूषण को गंभीर करने में मामूली ही रहा। इस दौरान पराली जलाने के 274 मामलों से दिल्ली के प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी 8 फीसदी ही दर्ज की गई। शुक्रवार को दिल्ली की हवा को खराब करने में इसकी चाल, मिक्सिंग हाइट और वेटिलेशन इंडेक्स की भूमिका अहम रही। इससे दिल्ली का प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।

आईआईटीएम का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों में हवा की चाल 6 किमी से ज्यादा होगी। 29 व 30 नवंबर को भी हवाएं तेज रहेंगी। वहीं, हवा की दिशा भी दक्षिण पूर्वी होगी। इस दौरान मिक्सिंग हाइट व वेंटिलेशन इंडेक्स में भी सुधार आएगा। इनके मिले-जुले असर से प्रदूषण के स्तर में गिरावट आ सकती है। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण का स्तर 350 से ऊपर ही रहने का अंदेशा आईआईटीएम व सफर ने जाहिर किया है।

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