शराबबंदी पर भाजपा विधायकों के बयान के बाद सियासत तेज, राजद-कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

पटना । बिहार में शराबबंदी कानून पर नया विवाद शुरू हो गया है। सीएम नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद सख्‍ती बढ़ते ही इसपर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्‍ता पक्ष के नेता भी इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं। राजद, कांग्रेस इस मामले में सरकार पर पहले से ही हमलावर थी, अब भाजपा की ओर से भी इसके विरोध में सुर उठने शुरू हो गए हैं। इस बीच जदयू की ओर से चेतावनी भी दी गई है कि शराबबंदी कानून का विरोध करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल भाजपा के दो विधायकों हर‍िभूषण ठाकुर बचौल और बेगूसराय के विधायक कुंदन सिंह के बयानों से सियासत गरमा गई है। 

भाजपा विधायकों के बयान पर जदयू ने कड़ा पलटवार किया है। हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान देने के बाद जदयू के मुख्‍य प्रवक्‍ता नीरज कुमार ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने भी इसका समर्थन किया था। ऐसे में उनके विधायक ऐसा बयान देकर क्‍या साबित करना चाहते हैं। मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बेगूसराय विधायक कुंदन सिंह ने शराबबंदी को विफल करार दिया है। उन्‍होंने सवाल किया है जो चीज पड़ोसी राज्‍य यूपी, बंगाल और झारखंड में ठीक है, वह बिहार में गलत कैैसे है। इस बयान के बाद जदयू प्रवक्‍ता अभिषेक झा ने कहा है कि क्‍या भाजपा के शीर्ष नेतृत्‍व से विधायक की सोच अलग है। क्‍योंकि जब कानून लागू हुआ था तब सभी ने इसका समर्थन किया था। अब माननीय विधायक दल में ही अपनी स्थिति स्‍पष्‍ट कर लें।

इधर भाजपा विधायक के इस बयान के बाद राजद और कांग्रेस ने भी सरकार पर सवाल उठा दिया है। कांग्रेस प्रवक्‍ता असि‍त नाथ तिवारी ने कहा कि शराबबंदी कानून तो लागू कर दिया लेकिन इसे ठीक तरह से लागू करने में विफल रहे। अब तो उनके सहयोगी कह रहे हैं कि शराबबंदी कानून फेल हो गया है। कांग्रेस प्रवक्‍ता ने कहा कि नीतीश कुमार कुंठा का शिकार हो गए हैं। वहीं राजद प्रवक्‍ता मृत्‍युंजय तिवारी ने भाजपा पर शराबबंदी कानून को विफल करने का आरोप लगा दिया। कहा कि कौन शराबबंदी को विफल कर रहा है यह तो स्‍पष्‍ट हो गया। दिल की बात जुबां पर आ गई। अब नीतीश कुमार बीजेपी की मांग को पूरा करेंगे या उसका साथ छोड़ेंगे।  

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