जानिए इस बार चैंपियंस लीग की दावेदार कौन ,म्यूनिख या बार्सिलोना
जर्मन फुटबाल क्लब बायर्न म्यूनिख ने 2021-22 सत्र में शानदार शुरुआत की है। शुक्रवार देर रात को बुंडिशलीगा के मैच में उसने 10 खिलाडि़यों के साथ खेलते हुए ग्रुथर फुर्थ को 3-1 से हराया जबकि यूएफा चैंपियंस लीग के पहले मैच में भी म्यूनिख ने बार्सिलोना को 3-0 से हराकर विजयी आगाज किया था। म्यूनिख के शानदार प्रदर्शन पर दैनिक जागरण से बात करते हुए क्लब के एंबेसडर क्लाडियो पिजारो ने कहा कि टीम काफी संतुलित नजर आ रही है और जर्मन लीग ही नहीं बल्कि इस बार चैंपियंस लीग की भी दावेदार नजर आ रही है। म्यूनिख चैंपियंस लीग के पिछले सत्र में क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गई थी।
पिजारो ने कहा, ‘यह बहुत ही अच्छी टीम है और मेरे विचार से मैच दर मैच अच्छा करती जा रही है। टीम के सभी खिलाड़ी एक अच्छी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और बाíसलोना के खिलाफ भी टीम ने काफी बेहतर खेल दिखाया था। मेरे विचार से म्यूनिख की टीम इस बार चैंपियंस लीग खिताब की भी दावेदार है।’ लेवानदोवस्की की टीम में उपयोगिता के बारे में पिजारो ने कहा, ‘सभी पिछले पांच-छह वर्षो से उनके क्लब छोड़कर जाने के बारे में सुनते आ रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। वह म्यूनिख के काफी महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं और उनके होने से टीम में गजब का संतुलन बना हुआ है।’
रिकार्ड बनाने से चूके लेवानदोवस्की
म्यूनिख : बायर्न म्यूनिख ने लीग की अंकतालिका में अंतिम स्थान पर चल रही फुर्थ के घरेलू मैदान में शानदार प्रदर्शन जारी रखा मगर उनकी तरफ से पिछले 18 मैचों में लगातार गोल करते चले आ रहे स्टार स्ट्राइकर राबर्ट लेवानदोवस्की इस मैच में कोई गोल नहीं कर सके। जिससे रिकार्ड लगातार 19 मैचों में गोल करने का उनका सिलसिला थम गया। पहले हाफ के 40वें मिनट में लेवानदोवस्की की बेहतरीन किक से गेंद गोल पोस्ट के बार से टकरा गई, जिससे वह लगातार 16 बुंडिशलीगा मैचों में गोल करने के गर्ड म्यूलर के रिकार्ड की बराबरी करने से भी चूक गए। लेवानदोवस्की 15 फरवरी को आर्मेनिया बेलफेल्ड के खिलाफ ड्रा मुकाबले से टीम के हर मैच में गोल कर रहे थे।
म्यूनिख की ओर से थामस मूलर (10वें मिनट) और जोशुआ किमिच (31वें मिनट) ने पहले हाफ में गोल दागे। हालांकि दूसरे हाफ में 2-0 से बढ़त लेकर उतरी म्यूनिख की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 48वें मिनट में उसके खिलाड़ी बेंजामिन पवार्ड को फाउल करने के कारण रेड कार्ड थमा दिया गया। मैच में आगे 10 खिलाडि़यों के साथ खेलते भी हुए भी टीम कमजोर नहीं पड़ी और फुर्थ टीम के सबेस्टियन ग्रिसबेक 68वें मिनट में आत्मघाती गोल कर बैठे। इस तरह 3-0 से पिछड़ने के बाद फुर्थ ने वापसी करने की कोशिश जरूर सेड्रिक इटेन के 87वें मिनट में किए गए गोल से की, मगर अंत तक यह जीत के लिए काफी नहीं रहा। इस तरह फुर्थ की टीम बुंडिशलीगा में अपने शुरुआती पांच मुकाबले जीतने में नाकाम रही। वहीं जीत के साथ म्यूनिख की टीम अब बुंडिशलीगा के छह मैचों में पांच जीत और एक ड्रा के साथ 16 अंक लेकर शीर्ष पर काबिज है।
ब्राजील को इंग्लैंड में खेल रहे खिलाडि़यों की वापसी पर भरोसा
रियो डि जेनेरियो, एपी : ब्राजील के कोच टिटे ने अक्टूबर में होने वाले तीन दौर के दक्षिण अमेरिका विश्व कप क्वालीफाइंग मुकाबलों के लिए इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) फुटबाल टूर्नामेंट में खेलने वाले आठ खिलाडि़यों को टीम में शामिल किया है। ब्रिटेन की सरकार के कोविड-19 नियमों के कारण इंग्लैंड के क्लबों ने अपने फुटबालरों को यात्रा करने से रोक दिया था जिसके एक महीने के बाद टीम में फिर वहां खेलने वाले खिलाडि़यों को जगह दी गई है। ब्राजील सात अक्टूबर को कराकास में वेनेजुएला और इसके तीन दिन बाद बारानक्विला में कोलंबिया से खेलेगा। टीम को 14 अक्टूबर को उरुग्वे की मेजबानी करनी है। ब्राजील का फुटबाल परिसंघ पहले ही संघीय सरकार से क्वारंटाइन के नियमों में छूट का आग्रह कर चुका है जिससे कि उसके ईपीएल में खेलने वाले खिलाड़ी और उरुग्वे के एडिनसन कवानी को तीसरे मैच में उतारा जा सके।