बड़ा अपडेट! Windows और Android पर बदल जाएगा कॉपी-पेस्ट करने का तरीका, Google और माइक्रोसॉफ्ट ने बनाई ये नई योजना

नई दिल्ली, Google क्रोम सबसे लोकप्रिय और पॉवरफूल वेब ब्राउज़रों में से एक है, जिसे दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है| Google की क्रोमियम टीम लोकप्रिय ब्राउज़र में नए फीचर्स को जोड़ने पर विचार कर रही है। क्रोमियम ब्राउज़र इंजन न केवल Chrome बल्कि माइक्रोसॉफ्ट एज, ब्रेव ब्राउज़र, विवाल्डी, ओपेरा जैसे प्लेटफॉर्म को इन सर्विस को रोल आउट कर सकती है । हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट भी अपने Windows 11 OS की पेशकश जल्द करने जा रहा है।

एक नई रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है कि Microsoft और Google एक नए अपडेट फीचर पर काम कर रहे हैं जो कॉपी-पेस्ट करने के तरीके को काफी हद तक बदल देगा| नया अपडेट Chrome और Edge यूजर्स को डिवाइस के बीच फ़ाइलों को कॉपी और पेस्ट करने के प्रोसेस में सुधार करने के लिए तैयार किया गया है।

Windows Latest की एक रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल एक नए एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) पर काम कर रहे हैं, जिसे Pickle Clipboard API कहा जाता है, जो इस बात को प्रभावित करेगा कि ब्राउजर यूजर्स को ऐप में कंटेंट को कॉपी और पेस्ट करने की अनुमति कैसे देता है। रिपोर्ट के अनुसार, नए API यूजर्स के लिए सिस्टम पर ऐप्स से अलग-अलग तरह की फाइलों की कॉपी बनाने में मदद करेगा, फिर उन्हें ब्राउज़र में पेस्ट किया जा सकता है।

नया Pickle API कैसे करेगा काम?

Chrome और Edge दोनों फाइलों को कॉपी और पेस्ट करने में सक्षम हैं, लेकिन आप ऐसा केवल टेक्स्ट फाइल, JPEG और PNG इमेज फाइल और कुछ वेब फाइल जैसे HTMLके लिए कर सकते हैं। हालांकि, यूजर्स लगातार कोशिश करते हैं और नियमित रूप से दूसरे फाइल फॉर्मेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, चाहे वे डॉक्यूमेंट फ़ाइलें हों, फ़ोटोशॉप की PSD फाइल हों, या प्रिंटिंग के लिए इस्तेमाल की जाने वाली PS और TIFF फाइलें हों। रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स Pickle API का फायदा विंडोज, mac OS, Android और दूसरे प्लेटफार्म पर उठा सकेंगे।

Google क्रोम और माइक्रोसॉफ्ट एज पर Pickle API कब लॉन्च होगा?

फिलहाल, Google क्रोम या माइक्रोसॉफ्ट एज के लिए Pickle API  के लॉन्च के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालांकि, यह सुविधा दोनों ब्राउज़र के ‘Canary’ टेस्टिंग चैनलों पर आने की संभावना है। एक बार जब यह फीचर टेस्टिंग में पास हो जाता है तो यह ब्राउज़र के स्टेबल वर्जन के लिए अपना रास्ता बना सकता है। इस प्रोसेस में सप्ताह या महीने भी लग सकते हैं।

Chromium इंजन पर आधारित अन्य ब्राउज़रों के बारे में क्या?

ज्यादातर लोकप्रिय ब्राउज़र अब Google के क्रोमियम ब्राउज़र इंजन का इस्तेमाल करते हैं, जिसका मतलब है कि एक बार सुविधा लागू हो जाने के बाद, यह अन्य ब्राउज़रों में दिखाई देने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कॉपी और पेस्टिंग ब्राउजर के बजाय ऑपरेटिंग सिस्टम (जैसे विंडोज) क्लिपबोर्ड पर होगी, जिसे डेवलपर्स को ध्यान में रखना होगा।

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