क्या सरकार बंद करने जा रही हैं एलपीजी पर सब्सिडी! जानें क्या है सच्चाई
नई दिल्ली। कोरोना संकट के दौरान देश में एक तरफ महंगई लगातार बढ़ती जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ रसोई गैस के दाम में गिरवाट हो रही है। घरेलू गैस की कीमत इतना कम हो गए हैं कि इस साल मई, जून, जुलाई और अगस्त में ग्राहकों को सब्सिडी नहीं मिल रही है। हालांकि इस दौरान कुछ ग्राहकों के खातों में 27 रुपये नाम मात्र की सब्सिडी बीते माह मिली थी। सब्सिडी में की गई कटौती से इस साल मई से ही सब्सिडी और नान सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत एक बराबर हो गई है।
वहीं आम लोगों के बीच ये भी आम है कि मोदी सरकार गैस पर सब्सिडी खत्म कर रही है। आपको बता दें कि रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी में बीते एक वर्ष में लगातार कटौती किए जाने से सब्सिडी वाला सिलेंडर 100 रुपए महंगा हो गया है और अब सब्सिडी शून्य हो गई है। दिल्ली में बीते साल जुलाई में 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर का बाजार मूल्य यानी बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 637 रुपए था, जो अब घटकर 594 रुपए रह गया है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ही ऐसी खबरें आई थीं कि सरकार की योजना धीरे-धीरे रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी समाप्त करने की है, लेकिन इस संबंध में पूछे जाने पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हर बार इस बात से इनकार करते रहे। इसके बावजूद इस दौरान सब्सिडी वाला सिलेंडर 100 रुपए महंगा हुआ और इसकी कीमत 494.35 रुपए से बढ़कर 594 रुपए हो गई।
गौरतलब है कि जुलाई 2019 में सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलिंडर 494.35 रुपए का और सब्सिडी वाला सिलेंडर 637 रुपए का था। अक्टूबर 2019 में सब्सिडी वाला 517.95 रुपये का और बिना सब्सिडी वाला 605 रुपए का हो गया। इस साल जनवरी में सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत बढ़कर 535.14 रुपए और बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 714 रुपए हो गई।
अप्रैल में सब्सिडी वाले सिलेंडर का मूल्य 581.57 रुपए और बिना सब्सिडी वाले का मूल्य 744 रुपए हो गया। 1 सितंबर को पेट्रोलियम कंपनियां एलपीजी सिलेंडर की कीमत को रिवाइज कर सकती हैं।