आडवाणी और जोशी को राम मंदिर भूमि पूजन में अयोध्या बुलाना था: विनय कटियार
नई दिल्ली। बीजेपी के पूर्व सांसद और बजरंग दल नेता विनय कटियार ने आज कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजेपी के मार्गदर्शक नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को खास तौर पर मनाना चाहिए था क्योंकि वो राम मंदिर आंदोलन का सबसे प्रमुख चेहरा रहे हैं।कटियार ने कहा कि आडवाणी और जोशी भूमि पूजन में किसी भी कीमत पर शामिल हों इसके लिए विशेष प्रयास होना चाहिए था।
आडवाणी और जोशी के अलावा कल्याण सिंह और उमा भारती भी अयोध्या नहीं गए हैं जो अयोध्या आंदोलन के बड़े चेहरे रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट ने हालांकि आडवाणी और जोशी के नहीं आने के पीछे उनकी उम्र और कोरोना के खतरे को कारण बताया है। कटियार ने कहा- “मुझे पता है कि कोरोना का खतरा है लेकिन आडवाणी और जोशी को हर कीमत पर अयोध्या लाना चाहिए था। स्पेशल फ्लाइट से उन्हें लाने का इंतजाम करना चाहिए था।कटियार का ये बयान राम मंदिर ट्रस्ट के उस दावे पर आया है कि 90 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए अयोध्या पहुंचना मुश्किल होता। कटियार ने कहा कि उनकी पीठ और कमर में गहरा दर्द है इसलिए वो अयोध्या तभी जाएंगे अगर वो ऐसा कोई इंतजाम कर पाएं जिसमें उन्हें आयोजन स्थल तक बहुत पैदल ना चलना पड़े।92 साल के आडवाणी ने राम मंदिर के लिए आयोजित बीजेपी की रथयात्रा का नेतृत्व किया था। आडवाणी 6 दिसंबर, 1992 को 86 साल के मुरली मनोहर जोशी और 61 साल की उमा भारती के साथ अयोध्या में उस वक्त मौजूद थे जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त दिया गया था। इन सब पर बाबरी मस्जिद विध्वंस का केस चल रहा है।