UP के 300 से ज्यादा मदरसों में प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी सुनी गई

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 100वीं कड़ी को रविवार को उत्तर प्रदेश के 300 से अधिक मदरसों में सुना गया। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने बताया, ‘‘हमने 100 मदरसों में मन की बात कार्यक्रम प्रसारित करने की योजना बनाई थी, लेकिन पूरे राज्य में 300 से अधिक मदरसों में इस कार्यक्रम को सुना गया।’’

लखनऊ में ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण मकसद-ए-हुसैनी और इरफानिया मदरसा जैसे कई मदरसों में सुना गया। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 12 कड़ियों का उर्दू में अनुवाद करवाया था और उन्हें मदरसों और इस्लामी विद्वानों में वितरित किया था।

इस बीच, प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 100वीं कड़ी को उत्तर प्रदेश के विभिन्न मदरसों में छात्रों और शिक्षकों ने सुना और उनसे प्रेरणा ली।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में मोटे तौर पर 100 मदरसों में मन की बात कार्यक्रम सुने जाने का लक्ष्य रखा गया था मगर प्रदेश के अन्य अनेक मदरसों ने खुद आगे आकर इस पहल में योगदान किया। इस दौरान बड़ी संख्या में मदरसों के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों तथा महिलाओं ने प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम को सुना।

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का ‘मन की बात’ कार्यक्रम पूरे मुल्क को एक सूत्र में बांधने वाला साबित हुआ। अल्पसंख्यक समुदाय में अब यह विश्वास और गहरा हो रहा है कि भाजपा ही सही मायनों में उसका हित कर सकती है। मुसलमानों का वोट लेकर सत्ता हासिल करने वाले बाकी दलों की असलियत भी अब उनके जहन में साफ हो चुकी है।’’

उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के सदस्य कमर अली ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश के 100 मदरसों में प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण सुनने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, लेकिन इसके अलावा कई अन्य मदरसों ने आगे बढ़कर प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ को सुनने के लिए खास प्रबंध किए। उन्होंने कहा कि मदरसों के छात्र हमेशा से ही प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम सुनते रहे हैं। आज इस कार्यक्रम की 100वीं कड़ी को लेकर उनके अंदर खासा उत्साह देखा गया।

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