UP: राजभवन से लेकर बूथ तक 55 हजार से अधिक जगहों पर लोगों ने सुनी प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाले मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी को सुनने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ में राजभवन में एक समारोह का आयोजन किया और चित्र प्रदर्शनी भी लगाई। वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बूथ स्‍तर पर 55 हजार से अधिक केंद्रों पर ‘मन की बात’ का प्रसारण किया।

राजभवन के गांधी सभागार में प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के प्रसारण के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अलावा पद्म पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े उत्तर प्रदेश के वे 57 लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनके कार्यों की प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ की किसी न किसी कड़ी में चर्चा की थी।

इस अवसर पर, राज्यपाल ने केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा ‘मन की बात’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पर एक फोटो प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम से मिले अनुभवों को साझा किया। बरेली की शिक्षिका दीपमाला पांडेय, प्रयागराज की बच्‍ची नव्या वर्मा, फौजी किसान कर्नल हरिश्चंद्र, रायबरेली के रजनीश बाजपेयी और ललितपुर जिले की ग्राम पंचायत नेवारी की ग्राम प्रधान नेहा बाजपेयी समेत कई प्रमुख लोगों ने ‘मन की बात’ की कड़ियों में प्रधानमंत्री द्वारा उनका जिक्र किए जाने से उन्हें मिली लोकप्रियता के बारे में चर्चा की।

एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुना, जबकि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने क्रमशः प्रयागराज और श्रावस्ती में प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का आनंद लिया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने शनिवार को एक बयान में बताया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 100वीं कड़ी के प्रसारण को ऐतिहासिक बनाने और इसे व्यापक स्वरूप देने के लिए एक विस्तृत योजना बनाई गई है, जिसके तहत प्रदेश में बूथ स्तर पर लगभग 55 हजार केंद्रों पर इसके प्रसारण की व्यवस्था की जा रही है।

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी में गढ़मुक्‍तेश्‍वर में चटाई बनाने का काम करने वाले संतोष की चर्चा की। इससे पहले, उन्होंने कार्यक्रम की 74वीं कड़ी में संतोष के बारे में बात करते हुए कहा था कि कोरोनाकाल के दौरान संतोष ने विषम परिस्थितियों में जिस तरह से चटाई बनाने के अपने पुश्तैनी काम को परिवार के साथ दोबारा शुरू किया, उससे न सिर्फ उनके परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई, बल्कि दूसरों के सामने एक उदाहरण भी पेश हुआ।

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