केसीसी बैंक पहली बार आया मुनाफे में, बैंक अध्यक्ष डा. राजीव ने जारी की वार्षिक रिपोर्ट
धर्मशाला। कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक (केसीसीबी) के अध्यक्ष डा. राजीव भारद्वाज ने कहा कि बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों की मेहनत के दम पर बैंक ने साढ़े 87 करोड़ से अधिक का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि जब नवंबर 2018 में उन्होंने बैंक के अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभाला था, तब बैंक 45 करोड़ 16 लाख से अधिक के घाटे में था, लेकिन खुशी की बात है कि बैंक बड़े लाभ की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय बैंक के चपरासी व चौकीदार से लेकर अधिकारियों व कर्मचारियों को जाता है। बैंक प्रबंधन ने जो रोड मैप तैयार किया है, उस पर काम करते हुए ही यह संभव हो पाया है। शुक्रवार को बैंक मुख्यालय धर्मशाला में बैंक की वार्षिक रिपोर्ट रखते हुए डा. भारद्वाज ने कहा कि वर्तमान में बैंक ने 87 करोड़, 53 लाख, 56 हजार का लाभ अर्जित किया है। वर्ष 2018-19 के दौरान बैंक का घाटा 45 करेाड़, 16 लाख, 34 हजार 957 रुपए का था। वहीं 2019-20 में यह घाटा 40 करोड़ से अधिक का था। वर्ष 2020-21 में बैंक तीन करोड़ 46 लाख के फायदे में पहंुच गया, जबकि इस बार प्रकाशित बैलेंसशीट में यह लाभ 87 करोड़ 53 लाख, 56 हजार का हो गया है। डा. राजीब भारद्वाज ने कहा कि जहां तक बैंक के एनपीए को कम करने की बात है, तो इस दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं।इसके लिए बैंक प्रबंधन ने रोड मैप तैयार कर लिया है तथा जुलाई माह से इस पर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा बैंक को अन्य बैंकों की तर्ज पर यूपीआई सुविधा से जोड़ने का काम भी अंतिम चरण पर है। इस सुविधा के शुरू हो जाने से बैंक के ग्राहकों को फायदा होगा। वहीं बैंक की सेवा में भी विस्तार मिलेगा। बैंक अध्यक्ष ने कहा कि बैंक ने विभिन्न योजनाओं के तहत लोन दिए हैं। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 991 मामले आए थे, जिनमें से 580 को मंजूर किया गया, जबकि शेष को त्रुटियां पाए जाने पर रद्द कर दिया गया। इसी तरह अन्य योजनाओं के तहत भी लोगों को लोन मुहैया करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बैंक अपने ग्राहकों के लिए बेहतरीन सेवाएं देने के लिए कृतसंकल्प है तथा बैंक के अधिकारी व कर्मचारी इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 18 लाख 41 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं। कोविड काल के बावजूद बैंक की टीम ने बेहतर कार्य करते हुए इसे लाभ के पथ पर डाल दिया है।