अमेठी : राहुल गांधी हारने के बाद अमेठी के जनक्रोश से डरकर केरल भागे :स्मृति ईरानी
अमेठी। केन्द्रीय महिला एवं बाल कल्याणी मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी एक दिन के दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में थीं। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार का कार्यकाल के दौरान विकास की योजनाओं का खाका खींचा और गरीब कल्याण योजना के लाभार्थियों से भी काफी देर तक वार्ता की।केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अमेठी की जनता विकास के लिए संघर्ष करती रही और वह विश्व व ब्रह्मांड में घूम रहे थे। जब वह सांसद यहां से थे पत्रकार उनके बारे में अटकले लगाते थे कि वह दिल्ली में है या इटली में। मंत्री स्मृति जिला मुख्यालय गौरीगंज कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित गरीब कल्याण सम्मेलन में बोल रही थीं। यह सम्मेलन शिमला से पीएम नरेन्द्र मोदी के वर्चुअल संवाद के सजीव प्रसारण व विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को लाभान्वित करने के लिए आयोजित किया गया था।केन्द्रीय मंत्री ने इस सम्मेलन में कहा कि अमेठी को पहले वीआइपी जिला कहा जाता था। जब 2014 में यहां लोकसभा का चुनाव लडऩे के आई तो मुझे वीआइपी जिला जैसा कुछ भी नहीं दिखा। गौरीगंज सीएचसी में एक्सरे मशीन नहीं थी। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं थी। अमेठी व गौरीगंज रेलवे स्टेशन मरम्मत की राह देखते रहे। साठ प्रतिशत घरों में बिजली नहीं थी। तीन लाख से अधिक परिवारों के पास अपना शौचालय नहीं था। केवल अमेठी में राजनीतिक रोटियां सेंक कर अपने घर का खजाना भरा जाता रहा। गरीब को गरीब रखा, ताकि वह हमेशा उस गांधी खानदान की ओर हाथ फैलाकर कहे, हमारा उद्धार करो।स्मृति ईरानी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी 2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार थे। जिला मुख्यालय के करीब उन्होंने अंतिम चुनावी रैली की थी। तब उन्होंने भाजपा का सरकार बनने पर यहां की जनता का संघर्ष खत्म करने का संकल्प लिया था। अमेठी से उठी ललकार ने मोदी जी को प्रधान सेवक बनाया। देश में पहली बार प्रधान सेवक बना। कांग्रेस ने चाय बनाने वाले का मजाक बनाया था। आज वही चायवाला देश तथा अमेठी का विकास कर रहा है। इसके बाद आठ साल सेवा करने के अवसर के दौरान वह काम हुए जो कभी नहीं हुए थे। उन्होंने जनता से सवाल किया कि यह कैसा संस्कार है , अमेठी से एक परिवार ने अपना राजनीतिक मार्ग प्रशस्त किया और यहां के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। सदन में मैंने जब अमेठी के बारे वक्तव्य दिया तो मुझे ढेरों बधाइयां मिली थीं। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इतने पर ही नहीं रुकीं, उनका हमला गांधी परिवार पर बढ़ता रहा। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष से अमेठी की जनता जिस मेडिकल कालेज के लिए संघर्ष कर रही थी, उसके लिए गांधी खानदान ने जमीन तो ली, लेकिन उस पर अपना गेस्ट हाउस बना लिया। मेडिकल कालेज के सपने भाजपा सरकार ने साकार किया। दो सौ बेड के अस्पताल व ट्रामा सेंटर का निर्माण हुआ। सीटी स्कैन, डायलिसिस की व्यवस्था हुई। यहां के पिपरी गांव के लोग गोमती की कटान से परेशान थे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के पास गांव के बांध बनाने का पत्र लेकर गए, उस समय लखनऊ में अखिलेश यादव की सरकार थी। अड़चन आ गई। योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तो यह काम भी शुरू हो गया। उन्होंने कहा आज का दिन सेवा के सामर्थ्य को याद करने का है।