वापस पटरी पर लौटा भारत का विमानन उद्योग : सिंधिया
नई दिल्ली । देश के विमानन उद्योग में कोरोना महामारी के पहले वाली स्थिति बहाल हो रही है। नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भरोसा जताया है कि जल्द ही इस सेक्टर में देश की पहले वाली सामान्य स्थिति आ जाएगी। दरअसल मात्र एक दिन सोमवार को भारत में चार लाख से अधिक लोगों ने घरेलू विमानों में सफर किया। इन घरेलू यात्रियों के आंकड़ों से कायम हुए रिकार्ड को सिंधिया ने ऐतिहासिक बताया और कहा, ‘कोरोना महामारी के कारण काफी खराब हालात रहे। पिछले 10 दिनों में 3.7, 3.8 और 3.9 लाख से अधिक यात्रियों की संख्या रही । मुझे पूरा विश्वास है कि देश व विदेश दोनों ही उड़ानों में पहले वाली सामान्य स्थिति बहाल हो रही है।कोरोना महामारी के बाद सोमवार को देश में उड़ानों के जरिए सफर करने वाले दैनिक यात्रियों की संख्या 4 लाख से अधिक रही। सिंधिया ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक दिन है, मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में हम इस तरह के और भी रिकार्ड कायम करेंगे।’ विदेशों में यात्रा के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर उड्डयन मंत्रालय ने नियम तैयार किए हैं। इन नियमों को वेबसाइटों पर पोस्ट किया गया है। इसके अनुसार वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र अपलोड करना है या यात्रा से 72 घंटे पहले एक आरटीपीसीआर परीक्षण अपलोड किया जाए।उल्लेखनीय है कि सरकारी स्वामित्व वाली विमानन कंपनी ‘अलायंस एयर’ ने केंद्र सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान)’ के तहत गुजरात के जूनागढ़ जिले के केशोद से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे तक हवाई सेवाएं शुरू की थीं। विज्ञप्ति में सिंधिया के हवाले से कहा गया था, ‘एयरलाइन के इस वर्ष के ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम के अनुसार, अहमदाबाद को तीन शहरों-अमृतसर, आगरा और रांची से जोड़ा गया है। इसी तरह, पोरबंदर और राजकोट को मुंबई से जोड़ा गया है।पिछले साल सितंबर माह में नागर विमानन मंत्रालय ने किराये से संबंधित नियम में भी बदलाव किया है। हवाई किराये की निचली और ऊपरी सीमा महीने में केवल 15 दिन लागू रहेगी। यह महीने में किसी भी समय 15 दिनों तक लागू होगी और विमानन कंपनी 16वें दिन से बिना किसी सीमा के शुल्क लेने के लिए स्वतंत्र होंगी।