गोरखपुर में गरजा बाबा का बुलडोजर, ध्वस्त हुए दर्जनों अवैध निर्माण
गोरखपुर । नगर निगम, गोरखपुर विकास प्राधिकरण, गीडा और आवास विकास परिषद के बाद अब यातायात विभाग भी अवैध निर्माण को लेकर गंभीर हो गया है। जिला प्रशासन के सहयोग ने विभाग सड़क के किनारे अवैध निर्माण को तोड़ने का अभियान चला रहा है। सुगम यातायात के लिए मुख्य सड़कों से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया। नगर मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव के नेतृत्व में नगर निगम, यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने यातायात तिराहे से विश्वविद्यालय चौराहा तक करीब 30 से अधिक अस्थाई निर्माण ध्वस्त कराए।रेलवे रोडवेज के सामने सड़क पर खड़ी बसों को रोडवेज एवं कारखाना परिसर में खड़ा करने को कहा गया। जिला प्रशासन की ओर से रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक को इन बसों का पार्किंग प्लान बनाने का निर्देश पहले ही दिया गया है। नगर निगम के प्रवर्तन दल के प्रभारी कर्नल सीपी सिंह ने अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों से करीब 12 हजार एक सौ रुपये जुर्माना के रूप में वसूल किए गए।टीम यातायात तिराहा पहुंच गई। बुलडोजर के साथ पहुंची टीम को देखकर अतिक्रमण करने वालों में हड़कंप मच गया। कई दुकानदारों ने स्वयं ही अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। नगर मजिस्ट्रेट ने सड़क के किनारे खड़ी निजी गाड़ियों के चालकों को चेतावनी दी कि रेलवे स्टेशन रोड या उसके आसपास गाड़ी खड़ी करने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने संभागीय परिवहन अधिकारी से फोन पर बात कर अवैध रूप से टैक्सी संचालित करने वालों पर कार्रवाई करने को कहा। यातायात तिराहे से रेलवे स्टेशन रोड पर एवं रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन तक नाले के ऊपर दुकान लगाने वालों को चेतावनी दी।
कुछ ठेले वालों ने अधिकारियों को बताया कि नाले के स्लैब पर ठेला लगाने के लिए वे कुछ दुकानदारों को रोज पैसा देते हैं। यह सुनने के बाद अधिकारियों ने पैसा वसूल करने वाले दुकानदारों को चेतावनी दी। कुछ होटल संचालकों से नाले से अतिक्रमण हटवाया गया। बस स्टेशन के बाहर खड़ी बसों के चालकों को निर्देश दिया गया कि वे रोडवेज परिसर के भीतर ही गाड़ी खड़ी करें, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न न होने पाए। अभियान के दौरान कर अधीक्षक बीके लाल, आरआइ रामसुचित, टीआइ मनोज कुमार आदि उपस्थित रहे।
जीडीए ने सील किया अवैध निर्माण
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने बशारतपुर मोहल्ले में बीना यादव द्वारा कराए जा रहे अवैध निर्माण को सील कर दिया। जीडीए के अधिशासी अभियंता किशन सिंह ने बताया कि बिना मानचित्र स्वीकृत कराए ही निर्माण कार्य किया जा रहा था। निर्माण रोकने के लिए निर्माणाधीन भवन को सील कर दिया गया है। कार्रवाई के दौरान अधिशासी अभियंता किशन सिंह, सहायक अभियंता राकेश कुमार शाही, अवर अभियंता मनीष तिवारी, रमापति वर्मा, राम इकबाल सिंह आदि उपस्थित रहे।