चुनाव से पहले सपा को झटका
पूर्व विधायक रघुराज शाक्य और रामसेवक भाजपा में शामिल
लखनऊ । सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी, साढ़ू और बहू के बाद एक और करीबी ने उनका साथ छोड़ दिया। इटावा के कद्दावर नेता रहे पूर्व सांसद व पूर्व विधायक रघुराज शाक्य ने भाजपा का दामन थाम लिया। उनके साथ ही प्रयागराज के बारा से चार बार सपा के विधायक रहे रामसेवक पटेल भी भगवा खेमे में शामिल हो गए हैं। सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे रघुराज शाक्य अभी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश उपाध्यक्ष थे। इटावा और आसपास के क्षेत्र में वह सपा के प्रमुख नेताओं में गिने जाते रहे हैं। रघुराज और रामसेवक के अलावा सेवानिवृत्त न्यायाधीश जय मंगल शर्मा, नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के सेवानिव़ृत्त विशेष सचिव अरुण कुमार दुबे, गोंडा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य शांतिभूषण मणि त्रिपाठी, प्रयागराज के चांद मोहम्मद चंदू, बिजनौर से प्रयाग ग्रुप आफ कंपनीज के चेयरमैन अवनीश कुमार टांडे, सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता अमर कुमार, औरैया से कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष उत्तम चंद्र गुप्ता और बेला मल्हौसी के व्यापार मंडल अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने प्रदेश मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव और बहू अपर्णा यादव के बाद जब उनके साढ़ू प्रमोद गुप्ता भाजपा में शामिल हुए, तभी दावा किया था कि रघुराज शाक्य भी भाजपा में आने के लिए तैयार हैं।दूसरे दल के नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा 2022 में 2017 के नतीजे दोहराएगी। तंज कसा कि हार के आभास से डरकर 400 सीटों का दावा करने वाले अखिलेश यादव के मुंह से अब कोई दावा नहीं निकलता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने प्रदेश के युवाओं के लिए जो अभद्र भाषा का उपयोग किया है, उसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। अखिलेश को अभद्र भाषा के लिए प्रदेश के नौजवानों से माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश का स्वाभिमानी युवा उनकी अभद्रता बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास, सुशासन, प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सुरक्षा की गारंटी व सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास व सबका प्रयास के मुद्दे पर विधानसभा चुनाव में जनता के दरबार में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के लोक कल्याणकारी काम कांग्रेस के 60 वर्ष के शासन पर भारी हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की प्रदेश भाजपा सरकार के जनकल्याणकारी काम 14 वर्षों के सपा-बसपा सरकार के शासन पर भारी हैं। सपा के वरिष्ठ नेता व बछरावां से पूर्व विधायक राम लाल अकेला (रायबरेली), सरोजनीनगर विधानसभा प्रत्याशी रहे शिवशंकर सिंह (शंकरी सिंह) और बसपा के पूर्व मंडल कोआर्डिनेटर अशोक कुमार चौधरी (लखनऊ) ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा और भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने इन्हें पार्टी में शामिल कराया। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, लैकफैड के चेयरमैन वीरेन्द्र तिवारी और सरोजनीनगर प्रत्याशी राजेश्वर सिंह भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि राम लाल अकेला और शंकरी सिंह का अपने-अपने क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव माना जाता है।